रायपुर: जन प्रतिनिधियों के साथ सामंजस्य नहीं बिठाने के आरोप में निलंबित संस्कृति विभाग के उपसंचालक उमेश मिश्रा के निलंबन को वापस ले लिया गया है. उनकी बहाली के आदेश विभाग ने जारी कर दिए हैं. 22 दिसंबर 2021 को उमेश मिश्रा को निलंबित किया गया था. निलंबन की वजह मंत्री कार्यालय से समन्वय नहीं रखना, अनुशासनहीनता और कार्य में लापरवाही बरतना बताया गया था.
संस्कृति विभाग के उपसंचालक बहाल 11 अक्टूबर 2021 को मंत्री अमरजीत भगत ने विभागीय सचिव को नोटशीट चलाया था. इसमें उन्होंने कहा था कि उप संचालक उमेश मिश्रा संस्कृति एवं पुरातत्व संचनालय में पदस्थ हैं. मंत्री कार्यालय से समन्वय नहीं रखते. उनके कार्यालय के अधिकारी फोन करते हैं तो उसे रिसीव भी नहीं किया जाता. इतना ही नहीं, नवरात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए कुछ प्रस्ताव भेजे गए थे,।बार-बार बताने के बाद भी उनका वर्क आर्डर जारी नहीं किया गया. इसकी वजह से आयोजन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों, कलाकारों में काफी आक्रोश है. उमेश मिश्रा की विभागीय कार्यों के प्रति उदासीनता, अनुशासनहीनता और घोर लापरवाही प्रतीत हो रही है.
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मंत्री अमरजीत भगत ने जारी किया था नोटशीट
नोटशीट में कहा गया था कि उपसंचालक उमेश मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है. इस नोट को भी विभाग के द्वारा दबा दिया गया था और कोई कार्रवाई नहीं की गई. हालांकि अब विभाग ने उन्हें वापस बहाल कर दिया है और सारे कार्य के वर्क आर्डर जारी कर दिए गए हैं. उनकी बहाली को लेकर जब ईटीवी भारत के संवाददाता प्रवीण कुमार सिंह ने संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि कई विधायकों ने उमेश मिश्रा के खिलाफ शिकायत की थी.
उनके द्वारा फोन नहीं उठाया जाता है. विभिन्न कार्यक्रमों के वर्क आर्डर जारी नहीं किए जा रहे हैं. इस तरह की शिकायत मिलने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. उन्होंने अपने जवाब में कहा है कि उस समय कार्य की अधिकता की वजह से कुछ गलती हुई हो तो उसके लिए खेद है. उनके जवाब से विभाग संतुष्ट है और अब उन्हें बहाल कर दिया गया है.