रायपुर: दिल्ली गए कांग्रेस विधायक (chhattisgarh congress mla) आज वापस रायपुर लौट रहे हैं. कांग्रेस के आला नेताओं से मिले बिना ही कांग्रेस विधायक वापस आ रहे हैं. ज्यादातर विधायकों के शाम तक रायपुर लौटने का प्लान है. पीएल पुनिया ने विधायकों से फोन पर बात की. जिसके बाद कांग्रेस विधायकों की वापसी हो रही है.
छत्तीसगढ़ के 15 विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए थे (Chhattisgarh mla on Delhi tour). गुरुवार को मीडिया से बातचीत में विधायक बृहस्पत सिंह (Brihaspati Singh) ने कहा कि, हम लोगों का दिल्ली आने का कारण यही है कि हम राहुल गांधी से मुलाकात कर सकें. कोरोना की वजह से दो बार से राहुल गांधी (rajul gandhi ) छत्तीसगढ़ नहीं आ रहे थे. अब इस सिलसिले में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया (pl puniya) से मिलने आए हैं. लेकिन दिल्ली में न तो राहुल गांधी हैं और न ही पीएल पुनिया ही हैं, ऐसे में मुलाकात करेंगे किससे. पी एल पुनिया के फोन पर बात करने के बाद विधायक अब वापस रायपुर आ रहे हैं.
पंजाब की तरह छत्तीसगढ़ की स्थिति नहीं, बघेल सरकार पूरी तरह है सुरक्षित-बृहस्पत सिंह
15 विधायकों के दिल्ली जाने पर सीएम बघेल (CM bhupesh baghel )ने कहा था कि कोई भी व्यक्ति कहीं जा सकता है. इस तरह की घटनाओं को राजनीति के चश्मे से नहीं देखना चाहिए. इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह को उनकी पार्टी गंभीरता से नहीं लेती. सीएम ने कहा कि रमन सिंह (raman singh) के पास कोई काम नहीं है. रमन सिंह पार्टी का छोटा चेहरा भी नहीं है. यह खुद डी पुरंदेश्वरी ने कहा है. तो इस बयान से सब समझ लेना चाहिए.
'छत्तीसगढ़ और पंजाब में बड़ा अंतर'
दिल्ली दौरे पर गए रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा था कि छत्तीसगढ़ और पंजाब में बड़ा अंतर है. छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा OBC वर्ग का प्रतिनिधित्व है. उससे राहुल गांधी ने हमे सीएम दिया है. हमारे पास 70 विधायकों का समर्थन है. जिसमें 60 विधायक भूपेश बघेल के साथ हैं. छत्तीसगढ़ में किसी एक व्यक्ति को संतुष्ट करने के लिए सरकार को नहीं डगमगा सकते हैं. छत्तीसगढ़ में सरकार (chhattisgarh government) बेहतर काम कर रही है.
राजनीतिक जानकारों की माने तो 15 विधायकों के दिल्ली दौरे के जरिए सीएम भूपेश बघेल एक बार फिर अपना राजनीतिक प्रदर्शन दिल्ली में साबित करने की कोशिश में थे. जैसा की उन्होंने अगस्त के महीने में किया था. यह आलाकमान के सामने अपनी छवि चमकाने और ये साबित करने की कोशिश भी हो सकती है कि हमारे साथ विधायकों का समर्थन है.