रायपुर:छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र का आज चौथा दिन है. ये दिन पिछले 40 साल से मुआवजे के लिए भटक रहे घटोई डैम के प्रभावित किसानों और उनके परिवारों के लिए राहत भरा दिन रहा. विधानसभा अध्यक्ष ने 40 साल पुराने घटोई डैम के प्रभावितों को तुरंत मुआवजा देने का निर्देश दिया है. (Charandas Mahant directed compensation to Ghatoi Dam affected )
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र: जब सीएम बघेल ने सदन में संभाली कमान
घटोई डैम के प्रभावितों को मुआवजा:सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक रामकुमार यादव ने चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के केकराभाट और कबारीपाली के घटोई डैम में प्रभावित व्यक्तियों के मुआवजा राशि का मामला उठाया था. इस पर मंत्री रविन्द्र चौबे ने मुआवजा राशि नहीं मिलने की बात स्वीकार की. जवाब देते हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया "चंद्रपुर विधानसभा के केकराभाट और कबारी पाली के घटोई डैम में प्रभावित सभी किसानों को मुआवजा राशि नहीं दी गई है. 6 किसानों का मुआवजा बाकी है. मुआवजा एक जटिल प्रक्रिया है, इसकी प्रकिया जारी है.
धरमलाल कौशिक ने धान खरीदी के समर्थन मूल्य पर तीन साल के आंकड़े मांगे
इससे पहले मानसून सत्र के तीसरे दिन शुक्रवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने धान खरीदी के समर्थन मूल्य पर सवाल पूछा. उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से दी जाने वाली राशि और राज्य सरकार की तरफ से दी जाने वाली राशि का 2019 से 2022 तक का आंकड़ा मांगा. इस पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जवाब देते हुए कहा कि उस अवधि में सहकारी समिति के माध्यम से 51 हजार 563.47 करोड़ का भुगतान किया गया. इसमे राज्य ने 110141 करोड़ दिए हैं.