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इन लक्षणों को ना करें अनदेखा,क्योंकि छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे ब्रेन ट्यूमर के मरीज

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Published : Jun 25, 2022, 3:22 PM IST

छत्तीसगढ़ में ब्रेन ट्यूमर के मरीजों में इजाफा देखने को मिल रहा है. इस बीमारी से जुड़े मरीज रायपुर के डीकेएस अस्पताल में इलाज कराने बड़ी तादाद में आ रहे ( brain tumor patients increasing in chhattisgarh) हैं.

brain tumor patients increasing in chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में बढ़ रहे ब्रेन ट्यूमर के मरीज

रायपुर :आंखों की रोशनी कम होना, सिर दर्द,उल्टी, मूड स्विंग को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है. आप भी ब्रेन ट्यूमर के शिकार हो सकते ( brain tumor patients increasing in chhattisgarh) हैं. रायपुर के डीकेएस अस्पताल के ओपीडी में रोजाना 10 से 15 ब्रेन ट्यूमर के लक्षण वाले मरीज मिल रहे हैं. हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जरी विभाग में हर दिन ओपीडी में 80 मरीज आते हैं. जिसमें 4 से 5 मरीज डायग्नोसिस और 10 से 15 मरीज ब्रेन ट्यूमर के लक्षण वाले होते हैं. रायपुर के डीकेएस अस्पताल में हर बुधवार और शुक्रवार को ब्रेन ट्यूमर के मरीजों के लिए विशेष ओपीडी भी संचालित की जाती (brain tumor treatment at dks hospital in raipur) है. ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणों के दौरान पहचान कर सही ट्रीटमेंट देने से मरीजों को ज्यादा परेशानी नहीं होती है.


कितने तरीके के होते हैं ट्यूमर :ब्रेन ट्यूमर दो तरह के होते हैं. इसमें प्राइमरी ट्यूमर जल्दी नहीं बढ़ता है. जबकि सेकेंडरी ब्रेन ट्यूमर तेजी से बढ़ता है. यह कैंसर ट्यूमर होता है. ब्रेन ट्यूमर में मस्तिष्क की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती है. इससे अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचता है. वहीं इससे मस्तिष्क में गांठ बन जाता है. यदि सिर दर्द,उल्टी, आंखों की रोशनी कम होना जैसे लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी है.

क्या होते हैं लक्षण :सिर दर्द , बार बार उल्टी आना , मूड स्विंग , मांसपेशियों में कमजोरी , आंखों से कम नजर आना ब्रेन ट्यूमर के लक्षण हो (symptoms of brain tumor) सकते हैं. इन लक्षणों को समय पर पहचान कर इलाज करवाना जरूरी है. ब्रेन ट्यूमर की बीमारी ज्यादातर आनुवांशिक होती है. यदि परिवार में किसी को ब्रेन ट्यूमर है तो अन्य सदस्यों को भी होने की संभावना बढ़ जाती(brain tumor treatment in raipur) है.

कैसे लगाए ब्रेन ट्यूमर का पता :डीकेएस न्यूरो सर्जन प्रोफेसर डॉक्टर देवव्रत सहाना ने बताया " ब्रेन ट्यूमर को लेकर लोगों में जागरूकता जरूरी है. रायपुर के डीकेएस अस्पताल में रोजाना ओपीडी में 10 से 15 मरीज ऐसे आ रहे हैं. जिनमें ब्रेन ट्यूमर के लक्षण देखने को मिल रहे हैं. हॉस्पिटल में एंडोस्कोपिक , न्यूरोनेविगेशन , माइक्रोस्कोपिक ब्रेन मैपिंग जैसे आधुनिक डिवाइस अभी मौजूद है जिससे ब्रेन ट्यूमर को इनिशियल स्टेज में ही पता कर लिया जा रहा है. इससे मरीज का सही समय पर इलाज हो रहा है. जिससे बाद में मरीज को परेशानी ना हो. यही वजह है कि हाल ही में रायपुर के डीकेएस अस्पताल में ब्रेन ट्यूमर के मरीज ज्यादा नजर आ रहे हैं."

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डीकेएस में कितनी सर्जरी : डीकेएस न्यूरो सर्जन प्रोफेसर डॉक्टर देवव्रत सहाना (DKS Neuro Surgeon Professor Dr Devvrat Sahana) ने बताया " रायपुर के डीकेएस हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन डिपार्टमेंट में हर महीने लगभग 150 सर्जरी होती है. जिसमें 40 से 50 सर्जरी ब्रेन ट्यूमर की होती है. हॉस्पिटल में हाईटेक डिवाइस होने की वजह से ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों को इनिशियल स्टेज में पहचान कर समय पर उनका इलाज किया जा रहा है. रोजाना ओपीडी में 10 से 15 मरीज ब्रेन ट्यूमर के देखने को मिल रहे हैं. रायपुर के डीकेएस अस्पताल में हर बुधवार और शुक्रवार को ब्रेन ट्यूमर के मरीजों के लिए विशेष ओपीडी भी संचालित की जाती है."

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