रायपुर:प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया इन दिनों अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं. हाल ही में बालोद जिले के आदिवासी विकास खंड क्षेत्र के डौंडी गांव में मंत्री दौरा करने पहुंची थी. स्थानीय लोगों ने मंत्री से कच्ची शराब के संबंध में शिकायत की लेकिन शिकायत में कार्रवाई करने की बात ना करते हुए उन्होंने महिलाओं से यह कह दिया है कि आप लोग भी थोड़ा-थोड़ा पीकर सो जाया करो (Drink Some Sleep). मंत्री अनिला भेड़िया के इस बयान से लोगों में नाराजगी है और इस तरह के बयान को लोग गैर जिम्मेदाराना बता रहे हैं.
अनिला भेड़िया के बयान पर रायपुर में मचा है घमासान
भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष (State Vice President of Bharatiya Janata Party Mahila Morcha) मीनल चौबे ने मंत्री के इस बयान पर कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने जन-घोषणा पत्र में शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आईं लेकिन सत्ता में आने के बाद सरकार ने वह वादा पूरा नही किया. आज उन्हीं की सरकार की महिला बाल विकास मंत्री लोगों को शराब पीने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं. इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात नहीं हो सकती. इस तरह के बयान से यह प्रदर्शित होता है कि कांग्रेस सरकार की नीति ही ठीक नहीं (Government Policy Is Not Good) है. वे शराब बंदी नहीं चाहते हैं. प्रदेश की भोली-भाली बहनों को शराबबंदी के नाम पर ठगा गया. चौबे ने कहा कि हम इस तरह की बातों का विरोध करते हैं और आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ की जनता इस बात का बदला जरूर लेगी.
अनिला भेड़िया के बयान पर रायपुर में मचा है घमासान हर्षिला शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की कद्दावर नेता और मंत्री अनिला भेड़िया ने लोगों की शिकायत पर कार्रवाई करने की बात छोड़ कर उल्टा शराब पीने का प्रोत्साहन किया है. शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के अंदर कुछ दिन पहले एक महिला ने पति के शराब सेवन से तंग आकर अपनी पांच बेटियों के साथ आत्मदाह (Self-Immolation) कर लिया था. शराब के चलते आज न जाने कितने परिवार टूट रहे हैं. जिस तरह से बयान दिया गया है, वह शर्मनाक है. मैं उसका कड़े शब्दों में निंदा करती हूं. शराब पीना या नहीं पीना लोगों की अपनी निजी राय या व्यक्तिगत निर्णय है. महिला एवं बाल विकास मंत्री (Minister Of Women And Child Development) कौन होती हैं जो शहर की जनता को राय देने शराब पीकर सोने की राय देती हैं. हम कड़े शब्दों में इसकी निंदा करते हैं.
मंत्री के बयान का कड़े शब्दों में निंदा
प्रीति परगनिहा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की महिलाएं शराब के कारण बेहद प्रताड़ित (Women Harassed Due To Alcohol) हैं. हर महिला शराब के कारण त्रस्त है. महिला मंत्री अनिला भेड़िया के बयान से महिलाएं आक्रोशित हैं. अगर बुराई की जड़ है तो वह शराब है. महिला होकर महिलाओं को शराब पीने की बात कह रही हैं. अगर महिलाएं ऐसा करने लगीं तो समाज का क्या होगा? समाज तो दूर, घर की स्थिति कैसी होगी? महिलाएं अगर शराब पीने लग जाएंगी तो घर की जिम्मेदारी कौन लेग? मंत्री के इस बयान की हम कड़े शब्दों में निंदा (strongly condemned) करते हैं.
डॉ. किरण बघेल ने कहा कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने अपने हाथों में गंगाजल रखकर शराबबंदी का वादा (Promise Of Prohibition) किया था लेकिन इसके गंगाजल को वापस करते हुए महिलाओं से शराबबंदी के बजाय शराब पीने की बात कही जा रही है. ऐसी मंत्री को जल्द से जल्द बर्खास्त किया जाए (Be Dismissed) या इनका इस्तीफा लिया जाए (To Resign). यह हमारे संस्कार और संस्कृति के खिलाफ (Against Culture And Tradition) है.
महिलाओं को दारू पीने की सलाह पर घिरीं अनिला भेड़िया
भारतीय संस्कृति का उड़ाया उपहास
स्वप्निल मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ का दुर्भाग्य है कि प्रदेश का नेतृत्व कैसे सरकार के हाथ में है? जो समय-समय पर महिला हो कर महिलाओं के लिए गलत बातें कही जाती हैं. यह पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी की महिला नेत्री ने महिलाओं को लेकर गलत बयानबाजी की है. महिलाओं की इज्जत क्या इनके हाथ में है? ये जो सलाह देंगी, हम वो काम करेंगे? यह महिलाओं का क्या सम्मान करेंगी? इस प्रकार के अशिष्ट भाषा का इस्तेमाल अपनी पार्टी में महिलाओं के साथ इस तरह करते होंगे. हम महिलाओं का भारतीय संस्कृति (Indian Culture) में यह काम नहीं है. यह बहुत ही शर्म की बात है कि जनता ने जिन्हें सत्ता दिया, आज यह महिलाओं को इस तरह की नसीहत दे रहे हैं.