रायपुर: प्रदेश की राजधानी रायपुर में दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर पिछले 26 दिनों से प्रदेश व्यापी अनिश्चितकालीन आंदोलन पर हैं. इस दौरान प्रदेश के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी सरकार को जगाने के लिए अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. गुरुवार को वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी सड़क पर अर्धनग्न होकर जमकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए.
BJP support to irregular workers : बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस सरकार से की मांग - दैनिक वेतनभोगियों के आंदोलन को बीजेपी का समर्थन
BJP support to irregular workers दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारियों की हड़ताल को बीजेपी का समर्थन मिल रहा है. प्रदर्शन स्थल पर बीजेपी प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि दैनिक वेतनभोगियों की मांगों को पूरा करे.
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बीजेपी का मिला समर्थन :दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी के इस अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन करने भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे थे.इस दौरान उन्होने कहा कि ''कांग्रेस सरकार ने चुनाव के पूर्व गंगाजल की सौगंध खाकर सरकार बनने के 10 दिनों के भीतर अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था जो आज तक पूरा नहीं हो सकता.''
प्रदेश में कितने दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी :पूरे प्रदेश में वन विभाग में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या लगभग 6500 हैं . इन कर्मचारियों को वेतन के रूप में प्रतिमाह महज 9 हजार रुपये ही वेतन मिलता है. ये सभी वन विभाग में वाहन चालक कंप्युटर ऑपरेटर रसोईया और बेरियर का काम करने के साथ ही जंगल का काम देखते हैं.