रायपुर: राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर गोठान अध्यक्ष के आत्महत्या मामले में भाजपा राज्य सरकार पर हमला हमलावर है. भाजपा ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि उनकी गौठान योजना में भी भ्रष्टाचार और किसानों का उत्पीड़न हो रहा है. 20 हजार से ज्यादा लोग कांग्रेस सरकार के दौरान आत्महत्या कर चुके हैं. खुदकुशी के इस मामले में भी प्रताड़ना की आशंका जाहिर की है. भाजपा ने मामलों की निष्पक्ष जांच कराने और किसान के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग की है. Abhanpur Gothan suicide case
अभनपुर गोठान आत्महत्या मामले में बीजेपी आक्रामक, बनाई कमेटी - ग्राम आमदी गौठान समिति के अध्यक्ष
Abhanpur Gothan suicide case राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर गोठान अध्यक्ष के आत्महत्या मामले में भाजपा ने राज्य सरकार को जमकर घेरा है. भाजपा ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि उनकी योजना गौठान में भी भ्रष्टाचार और किसानों का उत्पीड़न हो रहा है.खुदकुशी के इस मामले में भी प्रताड़ना की आशंका जाहिर कर भाजपा ने मामलों की निष्पक्ष जांच कराने और मुआवजा देने की मांग की है.
भाजपा ने निष्पक्ष जांच की मांग रखी: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कहा कि "जिस गौठान और न्याय योजना के हवा महल कांग्रेस सरकार ने तान रखे हैं, उनकी जड़ें खोखली हैं. गौठान में भी भ्रष्टाचार और उत्पीड़न हो रहा है. अभनपुर इलाके में आत्महत्या करने वाले पवन कुमार निषाद ग्राम आमदी गौठान समिति के अध्यक्ष रहे हैं. उनके पिता की कुछ ही दिन पहले हत्या होने की खबर है. गोठान को लेकर गांव में विवाद भी चल रहा था. यह एक गंभीर मामला है. भाजपा इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करती है. साथ ही भाजपा एक कमेटी बनाकर पीड़ित के घर भेजेगी. कमेटी 7 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपेंगी.
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एक करोड़ मुआवजे की मांग:भाजपा अध्यक्ष साव ने बताया कि "पवन की आत्महत्या से पहले पुलिस पूछताछ के लिए उन्हें थाने लाई थी. थाने से आने के बाद उन्होंने रात को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. सरकार के यह गौठान विवाद का केंद्र बन गए हैं. खुदकुशी के इस मामले में भी प्रताड़ना की आशंका है. पुलिस और सरकार की व्यवस्था संदेह के दायरे में है. सरकार इन मामलों की निष्पक्ष जांच कराए और आत्महत्या के लिए मजबूर किसान के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा तत्काल दे.
20 हजार लोग कर चुके आत्महत्या:भाजपा का आरोप है कि ग्रामीण अंचलों में हत्या, सामूहिक हत्याओं की वारदातों के मामले बढ़ रहे हैं. जो साबित कर रही है कि कांग्रेस की सरकार ने ग्रामीण इलाकों का कितना बुरा हाल कर दिया है. 20 हजार से ज्यादा लोग कांग्रेस सरकार के दौरान आत्महत्या कर चुके हैं. ग्रामीण अर्थव्यवस्था के बेहतर होने का दावा करने वाली सरकार की सच्चाई यही है.