रायपुर: छत्तीसगढ़ की गौरवशाली संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. उन्होंने सभी शासकीय कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को प्रमुखता से स्थान देने का निर्देश दिए हैं. (Bhupesh Baghel made Chhattisgarh Mahtari photo mandatory )
सरकारी कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो अनिवार्य: मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अपने ट्वीट में कहा है कि "छत्तीसगढ़ का वैभव, संपन्नता हमारे किसानों से है, उनकी खुशहाली में छत्तीसगढ़ महतारी का ही आशीर्वाद है. हमने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र को सभी शासकीय कार्यक्रमों में प्रमुखता से स्थान देने का निर्णय लिया है, जिससे कि हमें हमारी माटी के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति का स्मरण हो सके. (Chhattisgarh Mahtari photo mandatory )
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मुख्यमंत्री की पहल पर शुरू हुआ था राजकीय गीत: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ कि संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए नरेंद्र देव वर्मा द्वारा रचित अरपा पैरी के धार गीत को राजकीय गीत बनाया गया. इस छत्तीसगढ़ी गीत को साल 2019 में राज्य पत्र में प्रकाशित कर राज्य गीत का दर्जा दिया था. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साइंस कॉलेज मैदान में हुए राज्योत्सव में डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा रचित प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गीत ‘अरपा पैरी के धार महानदी हे अपार’ को प्रदेश का राज्यगीत घोषित किया था. इसके बाद अब इस राज्यगीत को राज्य शासन के महत्वपूर्ण शासकीय कार्यक्रम और आयोजनों के शुभारंभ में भी बजाया जाता है. 4 नवंबर को डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा की जन्म जयंती मनाई जाती है.यह गीत लोक कलाकारों में बेहद लोकप्रिय है. लोक कलाकारों ने कई मंचों के माध्यम से पिछले कई वर्षों में इसकी प्रस्तुति दी है. अब सरकारी कार्यक्रमों की शुरूआत राज्यगीत ‘अरपा पैरी के धार‘ के साथ की जा रही है.
रायपुर: अब स्कूलों में बच्चे गाएंगे 'अरपा पैरी के धार'...