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शराबबंदी की मांग को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने किया प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की मांग (Demand of liquor ban in Chhattisgarh) को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा (Bharatiya Janata Yuva Morcha) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. भाजयुमो ने राजीव भवन (Rajiv Bhawan raipur) का घेराव करने निकले थे, जिन्हें रास्ते में ही रोक लिया गया.

Bharatiya Janata Yuva Morcha demonstrated for the demand of liquor ban in raipur
भारतीय जनता युवा मोर्चा ने किया प्रदर्शन

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Published : Jul 11, 2021, 5:46 PM IST

Updated : Jul 11, 2021, 5:53 PM IST

रायपुर :भारतीय जनता युवा मोर्चा (Bharatiya Janata Yuva Morcha) ने रविवार को शराबबंदी (liquor ban) की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन किया. भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता बीटीआई ग्राउंड (BTI Ground Raipur) से राजीव भवन (Rajiv Bhawan raipur) का घेराव करने को निकले थे, जिन्हें पुलिस ने शंकर नगर टर्निंग प्वाइंट पर रोक लिया. भाजयुमो (BJYM) के कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग के पास प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में भाजयुमो कार्यकर्ता मौजूद थे.

भारतीय जनता युवा मोर्चा ने किया प्रदर्शन

भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोविंदा गुप्ता (BJYM Govinda Gupta) ने बताया कि कांग्रेस ने शराबबंदी का वादा किया था, जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया है. इस मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के समय अपने घोषणापत्र में वादा किया था और गंगाजल की कसम खाकर कहा था हम सत्ता में आते ही पूर्ण रूप से शराब बंदी करेंगे, लेकिन ढाई साल पूरे होने के बाद भी कांग्रेस सरकार का कोई भी घोषणा पत्र का वादा पूरा नहीं हुआ है.

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गोविंदा गुप्ता ने कहा कि युवा मोर्चा राजीव भवन में कांग्रेस को उनका वादा याद दिलाने पहुंची है. हमारी सरकार से मांग है कि पूर्ण रूप से शराबबंदी प्रदेश में की जाए. ऐसा नहीं करने पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता सड़क पर आकर और आंदोलन करेंगे.

छत्तीसगढ़ में लगातार उठ रही शराबबंदी की मांग

प्रदेश में शराबबंदी की मांग पिछले कुछ समय से लगातार उठ रही है. सरकार को विपक्ष इस सवाल पर घेरे हुए है. हाल ही में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के शराबबंदी को लेकर दिए बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया था. इसके बाद बीजेपी और जेसीसी(जे) सरकार पर हमलावर हो गए थे. महिला मोर्चा भी शराबबंदी की मांग को लेकर सड़क पर उतर आई थी. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने शराबबंदी को कठिन निर्णय बताया था. उन्होंने कहा था कि शासन बनने के बाद शराबबंदी की बात जब आई तो एक कमेटी गठित की गई थी. इस कमेटी में विपक्ष के साथी जिन्हें रखा गया था वे आ नहीं रहे थे. इस वजह से निर्णय लेने में दिक्कत हो रही है. ये एक कठिन निर्णय है. शराबबंदी कई सामाजिक बुराईयों को जन्म देता है. महिलाएं खासकर इससे परेशान है. इसका दूसरा पहलू ये भी है कि छत्तीसगढ़ लैंड लॉक राज्य है. कई समुद्र नहीं है. ऐसे में शराब की तस्करी को रोकना कमेटी की चुनौती है.

Last Updated : Jul 11, 2021, 5:53 PM IST

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