रायपुर :छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. सैकड़ों की संख्या में लोगों की मौत हो रही है. राजधानी रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और बिलासपुर के अस्पतालों में बेड की कमी की खबर सामने आ रही है. ऑक्सीजन बेड्स के लिए भटकते हुए मरीज दिखाई दे रहे हैं. अस्पतालों में बेड फुल हो गए हैं. सरकार ने लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए बंद हो गए कोविड केयर सेंटर को फिर से खोलने की व्यवस्था शुरू कर दी है.
प्रदेश के अस्पतालों में बेड्स की स्थिति
- सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बेड्स- 30 हजार 544, खाली बेड्स की संख्या- 12 हजार 344
- ऑक्सीजन बेड्स की संख्या- 10 हजार 159, खाली बेड्स की संख्या- 2 हजार 457
- बगैर ऑक्सीजन बेड्स- 15 हजार 818, खाली बेड्स की संख्या- 9 हजार 694
- एचडीयू (High Dependency Unit)बेड्स की संख्या- 1 हजार 533, खाली बेड्स- 203
- आईसीयू बेड्स- 2 हजार 991, खाली बेड्स की संख्या- 246
- कोविड केयर सेंटर्स में वेंटिलेटर बेड की संख्या- 1031, खाली बेड की संख्या- 103
- प्रदेश के अस्पतालों में 12 हजार 643 बेड्स खाली
ऑक्सीजन सप्लाई की स्थिति
देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर हाहाकार की स्थिति है. लेकिन छत्तीसगढ़ की स्थिति कुछ बेहतर है. फरवरी और मार्च महीने की तुलना में मांग कई गुना बढ़ने के बाद भी यहां फिलहाल जितनी मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत है उससे ज्यादा उत्पादन है. छत्तीसगढ़ से दूसरे राज्यों को भी ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. राज्य में प्रतिदिन करीब 390 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का उत्पादन हो रहा है, जबकि वर्तमान में इसका आधा भी प्रदेश में खर्च नहीं हो रहा है. एम्स, मेकाहारा और बड़े निजी अस्पतालों के पास अपने खुद के ऑक्सीजन प्लांट हैं. हालांकि इन अस्पतालों को जब इनके उत्पादन से ज्यादा ऑक्सीजन गैस की जरूरत हुई तो इंडस्ट्रीयल एरिया में स्थिति ऑक्सीजन प्लांट से आपूर्ति की गई है.
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रेमडेसिविर और अन्य दवाओं की स्थिति
स्वास्थ्य विभाग लगातार कह रहा है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता हर मरीज को नहीं है. इसे लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है. इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले सामने आए हैं. हालांकि सरकार ने अब सीधे अस्पताल से ही इस इंजेक्शन जरूरतमंद मरीज को देने की व्यवस्था की है. सरकार 90 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन का ऑर्डर निर्माता कंपनी को कर चुकी है. 15 हजार वॉयल का एक किस्त मिल चुका है, बाकी हर हफ्ते 30 हजार इंजेक्शन वॉयल मिलने की बात कही जा रही है. विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कोविड से जुड़ी दवाएं पर्याप्त मात्रा में हैं.
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प्रदेश में कोविड टेस्ट की स्थिति
छत्तीसगढ़ देश के उन राज्यों में शामिल हैं जहां अनुपातिक तौर पर सबसे ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं. इस महीने की बात करें तो यहां हर रोज लगभग 50 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं. आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट मिलने में काफी देरी हो रही है. संदिग्ध मरीजों के सामने आने के चलते ही लैब सैंपलिंग में देरी हुई है.
होम आइसोलेशन में ज्यादातर मरीज
प्रदेश में फिलहाल 1 लाख 19 हजार 068 सक्रिय कोरोना मरीज हैं. हर रोज करीब 12 हजार मरीज होम आइसोलेशन से ठीक हो रहे हैं. अब तक प्रदेश में 6 लाख 82 हजार 339 मरीज सामने आए हैं. इनमें से 4 लाख 34 हजार 118 मरीज होम आइसोलेशन से ही ठीक हो गए हैं.
जिले में बेड्स की स्थिति
गरियाबंद
- डेलीगेटेड कोविड-19 अस्पताल- 50, खाली बेड- 1, खाली ऑक्सीजन बेड-0
- कोविड-19 केयर सेंटर- 280, खाली बेड - 195, खाली ऑक्सीजन बेड - 10
- जिले के 3 ब्लॉक में कॉविड देखभाल केंद्र बनाए गए है जिसमें लगभग 5-5 बेड खाली है
दुर्ग
- शासकीय अस्पतालों में खाली कोविड और नार्मल बेड - 158
- कोविड-19 अस्पताल में खाली ऑक्सीजन बेड - 27
जशपुर
- डेडीकेटेड कोविड-19 अस्पतालों में बेड- 80, खाली बेड- 0
- लाइवलीहुड कॉलेज - 200, खाली बेड- 16
- 8 विकासखंडों में मिलाकर कुल 1165 बेड उपलब्ध है जिनमें से 663 बेड खाली है.
बेमेतरा