रायपुर:14 हजार 500 से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती परीक्षा को लेकर छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ता आमरण अनशन कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी की मांग है कि 14 हजार 580 शिक्षकों की नियुक्ति और सभी विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती जल्द से जल्द की जाए. इस मुद्दे को लेकर रायपुर के राजकुमार कॉलेज के पास मौजूद पार्टी कार्यालय में पिछले 22 दिनों से आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन जारी है. सबसे पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने 3 जुलाई से आमरण अनशन शुरू किया था, लेकिन उनकी बिगड़ती तबीयत को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके बाद से ही उनके पार्टी के अलग-अलग सदस्य लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
आम आदमी पार्टी का आमरण अनशन जारी डेढ़ साल पहले 14 हजार 500 शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था. परीक्षा में लाखों युवा शामिल हुए थे, जिनमें से योग्य उम्मीदवारों का चयन भी कर लिया गया. अब इन सभी अभ्यर्थियों के चयन के बाद किसी कारण से प्रदेश सरकार ने नियुक्ति नहीं दी है. जिसके कारण बेरोजगार युवाओं में आक्रोश पनप रहा है.
जारी रहेगा आंदोलन
आम आदमी पार्टी का कहना है कि सरकार बनने से पहले भूपेश बघेल ने प्रदेश की जनता से वादा किया था कि बेरोजगारी दूर की जाएगी. प्रदेश के 14 हजार 500 चयनित शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी, लेकिन भूपेश सरकार के कार्यकाल को एक साल से ज्यादा होने के बाद भी अब तक शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई है. पार्टी के नेताओं ने आगे कहा कि शिक्षक की नियुक्ति कब तक होगी कोई नहीं जानता. पुलिस के दम पर सरकार प्रदेश में आंदोलन को कुचलने का षड्यंत्र रच रही है, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पार्टी के नेताओं ने कहा है कि सरकार जब तक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं करती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा.
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AAP यूथ विंग के अध्यक्ष तेजेंद्र तोड़कर ने बताया कि सरकार पुलिस के माध्यम से भले ही उन्हें कमजोर करने की कोशिश कर रही हो, लेकिन ऐसा नहीं हो सकता. अभी कोरोना महामारी है इस कारण आंदोलन में एक साथ सिर्फ तीन लोगों को बैठने की अनुमति है, लेकिन उन्हें प्रदेशभर के लोगों का समर्थन मिल रहा है. उन्होंने बताया कि इस आंदोलन में प्रदेश के युवा और अभ्यर्थी उनका साथ दे रहे हैं.