रायगढ़:केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी, प्रधानमंत्री आवास योजना सरकार के बदलते ही ठंडे बस्ते में चली गई. रोटी, कपड़ा और मकान का सपना हर कोई देखता है फिर चाहे वो गरीब हो या अमीर. इन्हीं सपनों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है.छत्तीसगढ़ में साल 2016 से आवास निर्माण का काम शुरू हुआ था जो साल 2021 पहुंचते-पहुंचते पूरी तरह ठप पड़ गया. इस साल आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए किसी भी हितग्राही को किस्त जारी नहीं हुआ है.
रायगढ़ जिले की बात करें तो अब तक 179 आवास ही जिला पंचायत ने बनवाएं हैं. जबकि एक लाख से ज्यादा हितग्राहियों के मकान का सपना पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार ने हितग्राहियों को मकान बनाने की पहली किस्त जारी नहीं की है.इस वजह से अब तक हितग्राहियों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. जहां एक ओर आधे से ज्यादा लोग कच्चे मकान में रहने को मजबूर हैं. तो वहीं दूसरी ओर जिन लोगों को इस योजना का लाभ मिल चुका है उनके चेहरे खिले हुए हैं.
साल | टारगेट | आवास बने | आवास बचे | काम पूरा(%) |
2016-17 | 16700 | 16280 | 420 | 97.49% |
2017-18 | 23467 | 22683 | 784 | 96.66% |
2018-19 | 25380 | 22739 | 2641 | 89.59% |
2019-20 | 10500 | 179 | 10321 | 1.70% |
2020-21 | 9000 | 00 | 00 | 00 |