महासमुंद:जिले में तीन माह बाद एक बार फिर तीन दंतैल हाथियों की आमद हो चुकी (Wild elephants in Mahasamund ) है. वर्तमान में इनका लोकेशन कोना, जीवतरा, खट्टी , बकमा, परसदा, लभरा गांवों में देखा गया है. हाथी की आमद से किसानों की चिंता बढ़ गई है.वन विभाग ने आसपास के गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है. लोगों को जंगल की ओर नहीं जाने की हिदायत दी गई है. तीन हाथियों में से एक ME-1 है. यह काफी खतरनाक (Mahasamund Farmers tension increased ) है.
Wild elephants in Mahasamund तीन दंतैल हाथियों की आमद, किसानों की टेंशन बढ़ी - किसानों की टेंशन बढ़ी
Wild elephants in Mahasamund महासमुंद जिले में एक बार फिर दंतैल हाथियों की आमद से किसानों की टेंशन बढ़ गई है. साल 2016 से अबतक महासमुंद में 22 लोगों की हाथी के हमले में जान गई है. वहीं किसानों की हजारों एकड़ फसल को नुकसान पहुंचा है. वनविभाग ने एक बार फिर लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है.
किसानों की टेंशन बढ़ी : महासमुंद वन मण्डल में 6 साल पहले 2016 में हाथियों की आमद देखी गई थी. तब से लेकर आज तक 22 लोगों को हाथी कुचलकर मौत के घाट उतार चुके हैं. किसानों की हजारों एकड़ की फसल भी बर्बाद कर चुके हैं.
क्या है वनमंडलाधिकारी का कहना :महासमुंद वन मंडल अधिकारी पंकज राजपूत ने बताया कि '' हाथी ओडिशा से होते हुए महासमुंद की ओर आये हैं. अभी 3 हाथी यहां पर हैं. हमने गजयात्रा निकाला था, उसका असर दिख रहा है. लोग सचेत भी हैं. अभी तक किसी तरह कोई जनहानि नहीं हुई है. हालांकि फसलों को नुकसान होता है, जिसके लिए शासन से नियमानुसार 1 महीने के अंदर मुआवजा दिया जाता है.''