रायपुर :छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारियों की हड़ताल खत्म होने का नाम नही ले रही है. मुख्यमंत्री की अपील (CM Bhupesh appeal ineffective ) के बाद भी सभी सरकारी दफ्तरों में ताले लटके हैं. कोई भी कर्मचारी अधिकारी कार्यालय नही पहुंचे. तहसील कार्यालय, जनपद पंचायत, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, सरकारी स्कूल विरान नजर आए. जिसकी वजह से दूरदराज से आए लोग अपने सरकारी कार्य के लिए भटकते नजर (striking employees of Chhattisgarh ) आए. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हड़ताल पर बैठे अधिकारियों कर्मचारियों से बुधवार को ट्वीट कर काम लौटने की अपील की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि ''हड़ताल में शामिल सभी कर्मचारियों से मेरी अपील है कि लोगों की आवश्यकता से जुड़े काम रुकने से जनता को असुविधा हो रही है. अतः आप सभी कर्तव्य का निर्वहन करें.''
छत्तीसगढ़ के सरकारी दफ्तरों में काम है बंद:लेकिन इसके विपरीत सभी सरकारी दफ्तरों में ताले लटके (Work in Chhattisgarh government offices is closed ) मिले . कार्यालय सुनसान नजर आए. दूरदराज से आये लोगों को राजस्व विभाग संबंधित कार्य तथा जाति, निवास प्रमाण पत्र के लिए भटकना पड़ा.नोटरी का कार्य करने वाले कार्य नही होने से खाली बैठे दिखे. स्कूलों में भी हड़ताल की वजह से पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है. जिसकी वजह से बच्चों को अपने भविष्य को लेकर चिंता सताने लगी हैं. इससे पहले सोमवार को मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के नेताओं को कार्यालय बुलाया था. वहां विधायक विकास उपाध्याय की मौजूदगी में मुख्य सचिव और हड़ताली नेताओं के बीच बातचीत हुई है. मुख्य सचिव ने आम लोगों की दिक्कतों का हवाला देकर काम पर वापस लौटने की बात कही. हड़ताली नेता अपनी मांग पर अड़े रहे. इसकी वजह से उस दिन बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला था. इससे पहले कार्रवाई का निर्देश हुआ (employees strike in chhattisgarh) था.