कोरबा: कोयला उत्पादन में साल भर चले उतार-चढ़ाव के बावजूद वित्तीय वर्ष खत्म होने के पहले एसईसीएल (SECL) ने कोयले के डिस्पैच में पिछले साल के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. मौजूदा वित्तीय वर्ष में 23 फरवरी तक की स्थिति में कंपनी ने 138 मिलियन टन कोयला का डिस्पैच सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है.
वित्तीय वर्ष खत्म होने के 1 महीने पहले पार किया पिछले साल का रिकॉर्ड
वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक 138.99 मिलियन टन कोयला डिस्पैच (Coal Production 2022 in SECL ) किया गया है. जबकि पिछले वर्ष 31 मार्च तक कोयले का कुल डिस्पैच 138.77 मिलियन टन था. वर्तमान वित्तीय वर्ष की समाप्ति में अभी 36 दिन बचे हैं. संभावना यह भी है कि एसईसीएल इस साल अब तक के सर्वाधिक डिस्पैच का नया रिकॉर्ड कायम कर सकता है. SECL ने पिछले साल की तुलना में उपभोक्ताओं को 14 प्रतिशत ज्यादा कोयला उपलब्ध कराया है.
पावर प्लांट्स को 25 फीसदी ज्यादा कोयला देने का दावा
दिलचस्प बात यह भी है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में देश भर में कोयला क्राइसिस की चर्चा रही. पवार प्लांट्स ने भी यह जानकारी दी कि एसईसीएल से उन्हें पर्याप्त कोयला नहीं मिला है. ऐसे में वित्तीय वर्ष समाप्त होने के पहले एसईसीएल मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल इसी अवधि की तुलना में इस साल विद्युत संयंत्रों को 25 प्रतिशत अधिक कोयला दिया गया है. जिससे सम्बद्ध पावर प्लांटों में समुचित कोल स्टाक सुनिश्चित हो सके. पिछले साल के मुकाबले रेल/आरसीआर वैगन लोडिंग के जरिए भेजे जाने वाले कोल रेकों में भी 13.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
SECL का सालाना उत्पादन 150 मिलियन टन से ज्यादा लेकिन 20 मिलियन टन के लिए हाय तौबा
सीएमडी एसईसीएल डॉ. प्रेमसागर मिश्रा (CMD SECL Dr Premsagar Mishra) व निदेशक मण्डल ने इस उपलब्धि के लिए टीम एसईसीएल को बधाई देते हुए सभी श्रमसंघों, एसोसिएशन व यूनियन के प्रतिनिधियों, रेलवे, राज्य शासन सहित विभिन्न स्टेक होल्डरों के प्रति उनके सहयोग के लिए आभार जताया है.