कोरबा: निजी स्कूलों की मनमानी और फीस वसूली के लिए बार-बार भेजे जा रहे मैसेज से परेशान होकर कोरबा पेरेंट्स एसोसिएशन ने आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है. पेरेंट्स एसोसिएशन निजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों का एक संगठन है, जो लॉकडाउन के दौरान ही बना है. इसका मकसद निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाना है. एसोसिएशन के सदस्यों की मानें तो उन्होंने स्कूलों के बार-बार फीस वसूली के लिए दबाव बनाए जाने के विरोध में जिला शिक्षा विभाग को 3 बार ज्ञापन सौंपा है, लेकिन हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी शिक्षा विभाग ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की. इससे परेशान होकर अब वह आंदोलन करने जा रहे हैं.
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मनमानी फीस वसूली के लिए निजी स्कूल संचालक अब स्कूली बच्चों को शिक्षा से वंचित करने की धमकी देने लगे हैं. शिक्षा का अधिकार कानून, हाईकोर्ट के निर्देश और बाल अधिकार कानून में स्पष्ट प्रावधान है कि कोई भी स्कूल किसी भी स्थिति में बच्चे को शिक्षा से वंचित नहीं कर सकता. इस संबंध में छत्तीसगढ़ राज्य बाल संरक्षण आयोग ने भी राज्य शासन और शिक्षा विभाग को 9 सितंबर को निर्देश जारी कर ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई करने को कहा है. कोरबा पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नूतन सिंह ठाकुर ने बताया कि निजी स्कूल नियम-कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए अभिभावकों को मैसेज भेजकर धमकियां दे रहे हैं.
जिला शिक्षा अधिकारी को 3 बार दे चुके पत्र