कोरबा: प्रदेश के पहले एलीफेंट रिजर्व लेमरु के लिए गुरुवार को जिला पंचायत सभागृह में वन अधिकारियों की बैठक हुई. इस बैठक में पूरे दिन लेमरू एलीफेंट रिजर्व के संबंध में चर्चा की गई . वहीं इस एलीफेंट रिजर्व के दायरे में आने वाले पांचों वनमंडल के डीएफओ सहित कैंपा के डायरेक्टर गुरुवार को जिले के प्रवास पर रहे. पूरे दिन चली मैराथन मीटिंग में एलीफेंट रिजर्व के लिए डीपीआर तैयार करने को लेकर अफसरों ने विस्तृत चर्चा की.
कैंपा के डायरेक्टर श्रीनिवासन राव ने बताया कि यह प्रदेश का पहला एलिफेंट रिजर्व प्रोजेक्ट होगा. उन्होंने बताया कि कटघोरा, कोरबा, रायगढ़, धरमजयगढ़ और सरगुजा वन मंडल के वन क्षेत्र लेमरू एलिफेंट रिजर्व के लिए दायरे में आएंगे. लंबे समय से लेमरू एलिफेंट रिजर्व के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकारों ने तैयारी की थी. जिसकी तैयारियां अब तक कागजों तक ही सीमित थी, लेकिन छत्तीसगढ़ की वर्तमान कांग्रेस सरकार के सत्ता में आते ही लेमरू एलिफेंट रिजर्व के प्रोजेक्ट को ज्यादा तवज्जों मिली है. अन्य सरकारों की अपेक्षा वर्तमान सरकार एलिफेंट रिजर्व को लेकर गंभीर नजर आ रही है.
कार्य योजना तैयार करने के लिए चर्चा
अच्छी बात यह है कि लेमरू एलिफेंट रिजर्व के लिए अब एक कदम और आगे बढ़ाते हुए कोरबा जिले में इसकी विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के लिए सभी संबंधित वन मंडलों के अफसरों की महत्वपूर्ण बैठक हुई. जिसमें एलिफेंट रिजर्व को मूर्त रूप देने के लिए विस्तृत विचार विमर्श किया गया.
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