कोरबा: 19 अगस्त को जिले के निजी अस्पताल एनकेएच में 12 साल बाद प्रेग्नेंट हुई महिला और उसके बच्चे की मौत हो गई थी. परिजनों ने पुलिस से शिकायत कर आरोप लगाया था कि गलत इलाज से जच्चा-बच्चा की मौत हुई है.अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा भी किया था. इधर अस्पताल प्रबंधन ने भी परिजनों पर चिकित्सकों से बेवजह मारपीट की शिकायत पुलिस से की थी. वाक्य सीसीटीवी में भी रिकॉर्ड हुआ था. अब पुलिस ने एनकेएच के डॉक्टरों पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर किया है. जबकि अस्पताल प्रबंधन की शिकायत पर मृतका के परिजनों पर भी काउंटर केस दर्ज किया गया है. FIR on Korba NKH doctors
एनकेएच के डॉक्टरों पर इन धाराओं के तहत अपराध दर्ज :मामले में मृतका के सुसर कमलेश राठौर की शिकायत पर रामपुर चौकी पुलिस ने धारा 294,506,323,304(ए), 34 के तहत डॉ पालीवाल और चंदानी सहित अस्पताल स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज किया है.
कोरबा एनकेएच में 12 साल बाद मां बनने से पहले ही जच्चा बच्चा की मौत
परिजनों के खिलाफ चिकित्सक सुरक्षा अधिनियम के तहत अपराध दर्ज :इसी मामले में एनकेएच के संचालक राजेश चंदानी ने भी रामपुर चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमे कहा है कि "19 अगस्त को प्रसूता और पुष्पलता राठौर को अस्पताल लाया गया था. जिसके डिलीवरी डेट 9 अगस्त थी और सोनोग्राफी के अनुसार उसका बच्चा पेट में उल्टा था. जिसे ऑपरेशन की जरूरत थी. ऑपरेशन की तैयारी की जा रही थी. लेकिन इसके ठीक पहले महिला को उल्टियां शुरू हो गई और झटके आने लगे. उसे सीपीआर दिया गया लेकिन दुर्भाग्यवश उसकी जान नहीं बच पाई.
परिजनों को इसकी सूचना देते हुए पोस्टमार्टम की बात कही गई. इसी बात पर वह आक्रोशित हो गए और चिकित्सकों व अस्पताल स्टाफ के साथ धक्का-मुक्की की. मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ भी गाली गलौज और धक्का मुक्की की गई. जिससे मैं असुरक्षित महसूस कर रहा हूं. " चंदानी की शिकायत पर रामपुर चौकी पुलिस ने छत्तीसगढ़ चिकित्सा सुरक्षा अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है.
48 घंटे बाद दोनों शिकायत पर काउंटर केस :19 अगस्त को जच्चा बच्चा की मौत व अस्पताल में हंगामे के बाद मामले में दोनों ओर से शिकायत हुई थी. तब पुलिस ने मेडिकल टीम की तरफ से जांच और जांच रिपोर्ट पर ही कार्रवाई की बात कही थी. अब घटना के 48 घंटे बाद परिजनों की शिकायत पर डॉक्टरों पर तो अस्पताल प्रबंधन की शिकायत पर परिजनों पर काउंटर केस दर्ज किया गया है.