कोरबा: होम क्वॉरेंटाइन के नियमों का उल्लंघन कर घर में पूजा कराने पर तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. जिले के अंतिम छोर पर पसान में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद प्रशासन हरकत में है. अब लापरवाही बरतने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इसी के तहत पुलिस ने पसान के एक ही परिवार के तीन लोगों पर FIR दर्ज किया है.
पसान क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक व्यक्ति के संक्रमित मिलने के बाद उससे संपर्क में आने वाले पसान के ही एक परिवार से तीन लोगों को पिछले दिनों प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने होम क्वॉरेंटाइन किया था. होम क्वॉरेंटाइन के दौरान इन्होंंने नियमों का पालन करने के बजाए पिछले 3 जून को घर में पूजा का कार्यक्रम रखा दिया, जिसमें करीब 60 लोग शामिल हुए.
पुलिस लोगों की जानकारी जुटाने मेें लगी
इस आयोजन के बाद अब पसान क्षेत्र में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. इस बात की जानकारी स्थानीय लोगों ने पसान के थाने में दी, जिसके बाद पुलिस ने तीन लोगों पर FIR दर्ज किया है और पुलिस अब आगे की कार्रवाई में जुट गई है. साथ ही पुलिस अब पूजा में शामिल हुए लोगों की भी जानकारी जुटा रही है.
बाजार में भी घूमते रहे संक्रमित
पसान के ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में 17 मई को यूपी के प्रतापगढ़ से लौट कर आने के बाद एक 32 वर्षीय बैरा गांव के प्रवासी मजदूर को क्वॉरेंटाइन किया गया था. जो क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने के बजाय बाहर घूमने निकल गया. इस व्यक्ति ने पसान के एक सैलून में बाल कटवाए, इसके बाद वह 6 जून को कोरोना संक्रमित पाया गया.
क्वॉरेंटाइन सेंटर से निकलकर मार्केट गया था श्रमिक
पसान में ही मुंबई से लौटे गांव आड़सरा के एक 31 वर्षीय प्रवासी मजदूर को भी 16 मई को क्वॉरेंटाइन में रखा गया था. जो नहाने और शौचालय जाने के बहाने क्वॉरेंटाइन सेंटर से बाहर निकलकर मार्केट पहुंच गया था और वहां खरीदारी करने लगा था. इसकी रिपोर्ट भी 29 मई को पॉजिटिव मिली. अब स्वास्थ्य विभाग दोनों संक्रमितों की हिस्ट्री तलाश रहा है, ताकि ये पता चल सके कि वो कितने लोगों के संपर्क में आ चुका है. क्वॉरेंटाइन सेंटर के प्रभारी और प्राचार्य जेआर बैन ने पसान थाने में दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है.
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क्वॉरेंटाइन सेंटर में भी लापरवाही
इन हालातों के लिए काफी हद तक पसान के क्वॉरेंटाइन सेंटर के प्रभारी की लापरवाही साफ तौर पर दिख रही है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए मजदूर, आराम से वहां से बाहर निकल कर घूमते रहे, लेकिन उन पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं लगाई गई, ना तो उन्हें रोका गया. क्षेत्र में ये भी चर्चा है कि सेंटर में भारी लापरवाही बरती गई, जिसके कारण इस तरह के हालात बने हैं.