कोरबा: आरकेटीसी दफ्तर में फायरिंग का पुलिस के पास एक सीटीटीवी फुटेज है. इस फुटेज के आधार पर पुलिस हमलावर की तलाश कर रही है. कोतवाली टीआई रूपक शर्मा ने बताया कि ''शुक्रवार शाम लगभग 6:30 बजे आरकेटीसी के दफ्तर में एक अज्ञात हमलावर ने गोली चलाई थी. मैनेजर की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया है. सीसीटीवी फुटेज हमारे पास है, जिसमें हेलमेट पहना हुआ एक व्यक्ति गोली चला कर भागता हुआ दिख रहा है. इसी के आधार पर हम जांच कर रहे हैं. इसके अलावा फिलहाल और कोई डेवलपमेंट नहीं है. जल्द ही हमें और भी सुराग मिलने की उम्मीद है.'' firing in korba
कोरबा जिले में भी फैले हैं अमन साहू गैंग के तार अमन साहू गैंग की कुंडली भी तलाश रही पुलिस :अमन साहू गैंग एक कुख्यात गैंगस्टर गैंग है. इस गैंग का झारखंड में बोलबाला है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अमन साहू ही इस गैंग का लीडर है. वह फिलहाल रांची जेल में बंद है. पुलिस अमन साहू गैंग की भी कुंडली खंगाल रही है ताकि कुछ सुराग हाथ लग सके. चर्चा यह भी है कि अमन साहू जेल में बंद रहकर भी अपना गैंग संचालित कर रहा है. aman sahu gang in korba
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धमकी में सेटलमेंट करने का है जिक्र : प्रथम दृष्टया पूरा मामला कोयला के कारोबार से जुड़ा लग रहा है. धमकी में अमन साहू गैंग का जिक्र है. जिसने आतंकी हमलों की तर्ज पर इस घटना की जिम्मेदारी ली है. कार्यालय में फेंके गए पर्चे में रोमन अंग्रेजी में लिखा गया है कि झारखंड में काम करना है तो अमन साहू गैंग से सेटलमेंट करना होगा. साहू गैंग को नजरअंदाज करने का अंजाम मौत होता है. यह पर्चा आरकेटीसी कंपनी के अधिकारियों को भी व्हाट्सएप मैसेज के जरिए भेजा गया है. आरकेटीसी पावर सेक्टर, फेरो एलॉय और परिवहन के क्षेत्र में काम करती है. इस कंपनी का कारोबार छत्तीसगढ़ के साथ ही झारखंड और उत्तरप्रदेश तक फैला हुआ है.
कोरबा के एक मीडियाकर्मी को भी किया फोन : गोली चलाने की घटना के कुछ देर बाद कोरबा के एक वरिष्ठ मीडियाकर्मी को अमन साहू गैंग की ओर से फोन आया. नंबर इंटरनेशनल था, जिससे व्हाट्सएप कॉल के जरिए लगभग 3 मिनट बाद हुई. बातचीत में कहा गया कि काम करना है तो मुझसे सेटलमेंट करना होगा. यह बात पहुंच जानी चाहिए. अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि इस तरह की घटना की सूचना सभी को मिल जाए इसलिए अब बकायदा खुलेआम मीडिया को फोन करके इसकी जानकारी दी जा रही है ताकि उनकी बात भी प्रमुखता से सामने आ सके.
कोयले के काले कारोबार ने बटोरी सुर्खियां : कोयला और इससे जुड़े काले कारोबार के मामले में कोरबा का नाम खूब सुर्खियों में रहा है. इसी साल के शुरुआत में भाजपा नेता ओपी चौधरी ने एक वीडियो ट्वीट किया था. जिसमें सैकड़ों लोग कोयला खदान से कोयला ले जाते हुए दिख रहे हैं. ओपी ने लिखा था कि यह केजीएफ 3 है. कोयला माफिया द्वारा इसे संचालित किया जा रहा है. आईजी रतनलाल डांगी ने जांच के आदेश भी दिए थे. तब 2 टीआई को लाइन अटैच किया गया था.