कोरबा: आम आदमी पार्टी (aam aadmi party) के दिल्ली विधायक और छत्तीसगढ़ संगठन प्रभारी संजीव झा का मंगलवार को कोरबा दौरा प्रस्तावित था. दोपहर 1 बजे उन्हें कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होना था. लेकिन अचानक उन्हें एक कॉल आया और वह अकलतरा से ही वापस दिल्ली (AAP MLA suddenly returned to Delhi) लौट गए. दोपहर 3 बजे आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी कोरबा के बुधवारी स्थित जैन मंदिर में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि "आकस्मिक कारणों से झा को वापस लौटना पड़ा है, वे फिर छत्तीसगढ़ आएंगे."
सवालों के घेरे में संजीव झा का लौटना: दिल्ली में केजरीवाल सरकार इन दिनों घिरी हुई है. उनके मंत्री मनीष सिसोदिया पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. केंद्रीय एजेंसी की छापमार कार्रवाई जारी है. ऐसे में संजीव झा का कोरबा के प्रस्तावित कार्यक्रम में शामिल ना होना और अचानक दिल्ली लौटने पर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. कोरबा पहुंचने से कुछ किलोमीटर पहले ही वह अचानक वापस लौट गए हैं.
आप विधायक संजीव झा दिल्ली लौटे आखिर किसका था अर्जेंट कॉल : दिल्ली सरकार के मंत्री मनीष सिसोदिया पर कार्रवाई के चलते केजरीवाल सरकार बैकफुट पर है. दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया को भारत रत्न प्रदान करने की बातें भी कहीं है. ऐसे में उनके विधायक और छत्तीसगढ़ के संगठन प्रभारी संजीव झा का कार्यक्रम स्थल से पहले ही वापस लौट जाना कई सवालों को जन्म दे रहा है.
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प्रेसवार्ता में कहा, पता चलते ही बताऊंगा :झा की अनुपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने प्रेसवार्ता को संबोधित किया. उनसे जब सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि "आकस्मिक कारणों से उन्हें वापस लौटना पड़ा है. उन्हें एक अर्जेंट कॉल आया था, जिसके बाद वह वापस लौटे हैं." उनके वापस लौटने पर केंद्रीय एजेंसियों के छापे और इस तरह के संभावनाओं के सवाल पर हुपेंडी ने कहा कि "अभी मुझे इस तरह की कोई भी जानकारी नहीं है. यदि जानकारी मिलेगी, तो मैं जरूर आप लोगों से साझा करूंगा"
सभी पार्टियां लेती हैं उद्योगपतियों से पैसा, हम जनता के पैसों से लड़ेंगे चुनाव:हुपेंडी ने प्रेस वार्ता में प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि "हसदेव अरण्य मामला में राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आए थे, तब भूपेश बघेल भी मौजूद थे. कांग्रेस ने कहा था कि हसदेव अरण्य को नहीं कटने देंगे. लेकिन अब वे उद्योगपति अडानी की तरफदारी कर रहे हैं. कांग्रेसी ही नहीं सभी पार्टियां उद्योगपतियों से चंदा लेती हैं, लेकिन हम जनता के पैसों से चुनाव लड़ेंगे. हम प्रदेश का दौरा कर रहे हैं, यहां भी हमने दौरा शुरू किया है. हमारे कोषाध्यक्ष के नेतृत्व में हम फंड रेजिंग का काम करेंगे और जनता के पैसों से चुनाव लड़ेंगे.
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बिना गठबंधन 90 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव :आने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की भूमिका पर हुपेंडी ने कहा कि "छत्तीसगढ़ में हम सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. हमारा किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं होगा. छत्तीसगढ़ में हम अकेले ही चुनाव लड़ेंगे और अपने दम पर लड़ेंगे. छत्तीसगढ़ में आम आदमी के मुद्दों पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी और हम चुनाव में जीतेंगे.
सड़क के काम में हुआ है भ्रष्टाचार :हुपेंडी ने कोरबा में प्रदेश प्रवक्ता विशाल केलकर द्वारा चलाए गए आंदोलन का जिक्र किया और कहा कि "सड़क के लिए कोरबा में जो आंदोलन किया गया, उसकी देश और दुनिया में चर्चा हुई. सोशल मीडिया पर यह छाया रहा, उसका असर भी देखने को मिला. नगर निगम ने सड़क मरम्मत के लिए 15 करोड़ रुपये जारी किए. लेकिन यह सड़क भी पहले बरसात में ही धुल गई है. यह फंड वापस नेताओं के जेब में चली गई. इसमें व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है.
12 हजार से अधिक गांव में खड़ा किया संगठन:हुपेंडी ने कहा कि "हम सभी गांव में संगठन खड़ा कर रहे हैं. ग्राम संपर्क अभियान के माध्यम से हम अब तक छत्तीसगढ़ के 12,000 से अधिक गांव में जा चुके हैं. यहां हमने संगठन को खड़ा किया है. कोरबा जिले में कोयला और इससे जुड़ी गतिविधियों पर भी हमारी नजर है. हम चर्चा कर रहे हैं, जल्द ही हम इस दिशा में भी एक ठोस आंदोलन खड़ा करेंगे.