कवर्धा:राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा आदिवासी परिवारों के लिए शासन की तरफ से करोड़ों रुपये की योजनाएं संचालित की जा रही है. लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते बैगा आदिवासी परिवारों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. ताजा मामला कवर्धा के बोड़ला नगर पंचायत का है. यहां रहने वाले 17 से ज्यादा बैगा परिवारों के आवास का सपना अब भी अधूरा है. पिछले 3 साल से उनके घरों का निर्माण अधूरा पड़ा है. बैगा आदिवासी जब ठेकेदारों से अपने घर का निर्माण पूरा करने की बात कहते हैं तो ठेकेदार उन्हें खुद ही निर्माण करा लेने की सलाह देता है. PM Awas Yojana in Bodla Nagar Panchayat
तीन साल बाद भी पूरे नहीं हुए बैगा आदिवासियों के घर: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कवर्धा जिले के कुछ स्थानों पर मॉडल आवास बनाए जा रहे हैं. इसके लिए बोड़ला नगरपंचायत के वार्ड क्रमांक 10 को चयनित किया गया. साल 2019 में आवास निर्माण का काम शुरू हुआ. लेकिन कुछ ही दिनों में काम बंद हो गया. मॉडल आवास तो दूर तीन सालों में ठीक से घरों की दीवारें भी नहीं उठ पाई है. घर बनाने के लिए बैगा परिवारों ने ठेकेदार को ठेका दिया. हितग्राहियों का कहना है कि "आवास के लिए मिली दो किस्त की राशि ठेकेदार ने ले ली लेकिन घर का निर्माण पूरा नहीं किया. आवास निर्माण की बात पूछने पर खुद ही निर्माण करवा लेने की बात कहता है."PM Awas Yojana in Bodla Nagar Panchayat