कवर्धा: आदिवासी आत्महत्या मामले में कुकदूर पुलिस ने वन विकास निगम के 2 डिप्टी रेंजर प्रवीण सिंह परिहार और अनिल कुर्रे को गिरफ्तार (inciting tribal to commit suicide in Kawardha) किया है. आरोपियों के खिलाफ धारा 306,34 के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया. Kawardha crime news
क्या है मामला: बुधराम बैगा कमराखोल गांव के जंगल में सागौन पेड़ काट रहा था. डिप्टी रेंजर अनिल कुर्रे और प्रवीण सिंह परिहार ने उसे रंगेहाथ पकड़ा लिया था. डिप्टी रेंजर द्वारा पीड़ित पर कार्रवाई का दबाव बनाया गया. कार्रवाई से बचने 50 हजार रुपये की मांग की गई. मृतक को 2 दिनों में 50 हजार रुपये की व्यवस्था करने की बात कहकर डिप्टी रेंजरों ने आदिवासी बैगा को छोड़ दिया था. रोजाना अधिकारी पीड़ित के घर जाकर मृतक बैगा से पैसा की मांग कर परेशान कर रहे थे और जेल भेजने की धमकी देकर डरा रहे थे. लेकिन पीड़ित बैगा पैसे का इंतजाम नहीं कर पाया. कार्रवाई के डर से दस सितंबर को जंगल में पेड़ में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
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पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार: घटना की जानकारी 11 सितंबर को परिजनों को मिली, तब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा गया और मामले की जांच की गई. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच की और जांच में डिप्टी रेंजरों के द्वारा पैसे के लिए परेशान और प्रताड़ित करना पाया गया. कुकदूर पुलिस ने आरोपी डिप्टी रेंजर अनिल कुर्रे और प्रवीण परिहार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है.
क्या कहती है पुलिस: कवर्धा एएसपी मनीषा ठाकुर रावटे ने बताया कि ''आरोपी अनिल कुर्रे और प्रवीण परिहार दोनों वन विकास निगम के डिप्टी रेंजर के पद पर पदस्थ थे. आरोपियों ने मृतक बुधराम बैगा से सागौन कटाई मामले में कार्रवाई से बचने 50 हजार रुपये की मांग की थी. पैसा नहीं देने पर मृतक को परेशान किया गया, जिस पर बुधराम बैगा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जांच के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया.''