कवर्धाःकवर्धा में धान खरीदी 2022 के क्रम में कुल 103 खरीद केंद्र बनाए गए. जिले में पंजीकृत 88 हजार 507 किसानों से 3 लाख 11 हजार 089 मीट्रिक टन धान खरीदी जा चुका है. इन किसानों को सरकार की ओर से 3 अरब 66 करोड़ 69 लाख 50 हजार 744 रुपए भुगतान भी कर दिया गया है. इससे पहले धान खरीदी के मामले में विपक्ष भी सरकार को निशाने पर लेता रहा है. लेकिन सरकार की इस बार कि तैयारियों ने मानें विपक्ष के मुद्दे को ही हाथ से छीन लिया है. इस बार पहल करते हुए समिति प्रबंधन ने किसानों को घर-घर पहुंचकर धान के टोकन दिया. ताकि धान की बिक्री में उन्हें कागजाती खानापूर्ति तथा दूसरी असुविधाओं के सामना न करना पड़े.
बिलासपुर धान खरीदी 2022: कारगर साबित हो रहे सरकार के चबूतरे, धान खरीदी में जुटे कर्मचारी
अलग-अलग वर्ग में बांटे गए थे किसान
जिले के 103 धान खरीदी केन्द्रों पर सुचारू ढंग से धान खरीदी के लिए सीमांत किसान, लघु किसान और दीर्घ किसानों को तीन वर्गों में विभाजित किया गया. सीमांत किसानों में ढाई एकड़ तक 75 हजार 871 पंजीकृत हैं. इसमें से 56 हजार 955 किसानों ने धान बेच दिया है. ढाई एकड़ से 5 एकड़ तक के लघु किसानों की संख्या 26 हजार 386 हैं. इसमें से 21 हजार 385 किसानों ने धान बेच दिया है.
कवर्धा में धान खरीदी का टूटा रिकॉर्ड जबकि पांच एकड़ से दस एकड़ तक जिले में 9730 पंजीकृत किसान हैं. जिसमें से 7 हजार 806 किसानों ने धान बेचक दिया है. इसी प्रकार दस एकड़ से बीस एकड़ तक जिले में दीर्घ किसानों की संख्या 2 हजार 523 है. जिसमें से 2028 ने धान बेच दिए हैं. बीस एकड़ से अधिक रकबा वाले 428 पंजीकृत किसान हैं. इसमें से 333 किसानों ने अपना धान बेच दिया है.