कवर्धा : केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों में गांव के आखिरी छोर तक गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के घरों में साफ पेयजल उपलब्ध कराने जल जीवन मिशन योजना संचालित की थी. केंद्र आम आदमी तक जल पहुंचाने की कोशिश कर रही है. लेकिन योजना के बीच अधिकारी और ठेकेदार ग्रहण बन गए हैं. छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के मैदानी क्षेत्र से लेकर सुंदूर वनांचल क्षेत्र के आखिरी घर तक साफ पेयजल पहुंचाने केंद्र सरकार ने 526.78 करोड़ की स्वीकृति दी है. बावजूद इस योजना का जिले में बुरा हाल है.
कितने घरों में देना है पानी :केंद्र सरकार का जल जीवन मिशन जिले में पिछड़ा हुआ (Center Jal Jeevan Mission scheme failed in Kawardha ) है. 1.49 लाख घरों मे नल कनेक्शन देने का लक्ष्य है. लेकिन पीएचई विभाग अधिकारियों की लापहरवाही और ठेकेदारों की सुस्त रवैये ने मिशन को संकट में डाल दिया है. आलम यह है कि पेयजल के लिए जिन घरों मे नल कनेक्शन लगे हैं, उन नलों मे भी पानी की सप्लाई शुरु नही हुई है. जिसके कारण ग्रामीणों को घर में नल लगने के बावजूद भी पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है.
कितनी फीसदी हुआ काम :कवर्धा जिले में जल जीवन मिशन योजना के पात्र 1 लाख 94 हजार 489 घर हैं. जिनमें से 4839 घरों में पहले से नल कनेक्शन लगे हैं. जल जीवन मिशन योजना के तहत 01 लाख 8939 घरों मे नल कनेक्शन लगाया जाना था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदारों के सुस्त रवैये के कारण दो सालों में महज 13 ग्राम पंचायतों के 42496 घरों में ही नल लगाया गया है. जो लक्ष्य का 21.40 प्रतिशत ( In Kawardha even 25 percent of the work was not completed) है. इससे भी विडंबना ये है कि जिन घरों मे नल कनेक्शन लगाया गया है उनमें भी अब तक पेयजल सप्लाई शुरु नही किया गया है. जिन घरों मे नल कनेक्शन लगाया जाना है वह भी भगवान भरोसे ही है.