जगदलपुर: काम की तलाश में दूसरे राज्यों में मजदूरी करने गए श्रमिकों की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. लॉकडाउन की वजह से इन मजदूरों को अपने घर वापस जाने के लिए कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ घर आने की आस में इन्हें कई मीलों पैदल सफर तय करना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ ये मजदूर ठगी का भी शिकार हो रहे हैं. जगदलपुर में घर जाने की उम्मीद में 12 मजदूर ठगी का शिकार हुए हैं. ये सभी मजदूर अब घर जाने के लिए परेशान हो रहे हैं.
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बिहार के कुछ मजदूर रोजी-रोटी की तलाश में हैदराबाद मजदूरी करने गए थे. लॉकडाउन की वजह से ये 12 मजदूर हैदराबाद में ही फंस गए थे. ठेकेदार ने इन मजदूरों को भुगतान करने के नाम पर रोक रखा था. वेतन मिलने की आस में ये मजदूर 3 महीने तक हैदराबाद में ही रहे. ज्यादा समय होने पर उनके पास रुपए भी खत्म हो चुके थे. मजबूरन श्रमिकों को वहां से निकलना पड़ा. इस दौरान बस ड्राइवर ने मजदूरों को जगदलपुर तक छोड़ने की बात कही और कहा कि वहां से ट्रेन या बस के जरिए वे बिहार निकल सकते हैं. मजदूरों ने उसकी बात मानते हुए हर मजदूर ने 1500 रुपए बस ड्राइवर को दे दिए. जगदलपुर पहुंचने पर उन्हें पता चला की बिहार के लिए न कोई बस है और न ही ट्रेन.
पैदल ही निकले बिहार
जगदलपुर पहुंचते तक मजदूरों ने अपनी पूरी पूंजी खर्च कर दी थी. अब इनके पास इतने रुपए भी नहीं थे कि वे किसी और माध्यम से घर लौट सके. मजबूरन ये मजदूर अब पैदल ही घर की तरफ निकल गए हैं.