जगदलपुर/ बीजापुर:इस दर्द का कर्ज न झुके सिर चुका पाएंगे न नम आंखें....ये चीख पुकार उनकी हैं, जिनके जिगर के टुकड़ों ने मातृभूमि की रक्षा में अपनी जान कुर्बान कर दी. रोते-बिलखते इन लोगों में किसी गोदी सूनी हुई है, तो किसी की मांग...किसी ने पिता खो दिया...तो किसी की राखी बस्तर की मिट्टी में लाल हो गई.
जगदलपुर और बीजापुर में जब एक साथ एनकाउंटर में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई, तो हर कोई गमगीन था. एक साथ तिरंगे में लिपटे कई जवान मानो ताबूत के अंदर से कह रहे हों...जब हम थे तब भी न आंच आई थी...जब हम न होंगे तब भी कोई बाल भी बांका न कर पाएगा...गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी शहीदों को नमन किया. जवानों ने अपने साथियों को अंतिम विदाई थी. आम लोगों के सिर भी शहीदों को नमन करने के लिए झुक गए...