कांकेर :चार दिन पहले छत्तीसगढ़ स्कूली शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए नया सेटअप नीति लागू किया है. जिसके बाद शिक्षक संघ ने इसका विरोध किया है. छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ ने स्कूल शिक्षा विभाग के स्कूलों में शिक्षकों का नया सेटअप तय करने को लेकर विरोध (Opposition to the new education setup policy in Chhattisgarh)जताया. कांकेर में शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा.शिक्षकों का कहना है कि छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग के द्वारा जारी शिक्षकों के नए सेटअप नीति से पूरी पढ़ाई व्यवस्था चौपट हो जाएगी. सरकारें शिक्षा के भविष्य की चिंता न करे तो शिक्षा का व्यवस्था अंधकार में चला जायेगा.
क्यों हो रहा है विरोध : शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष टीएस ठाकुर ने बताया कि '' सामान्यतः प्राथमिक विद्यालय में पर्याप्त विषय शिक्षकों की अनुपलब्धता के कारण एक कक्षा को पढ़ाने के लिए एक शिक्षक को कई विषय दिए जाते हैं. यह विद्यार्थियों की विषय में बुनियादी ज्ञान को विकसित करने में बाधक होता है. बेस कमजोर रहने से उच्च कक्षाओं में वो पढ़ाई से दूर होने लगता है. सेटअप में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था पर सर्वाधिक फोकस करना था. सेटअप में पूर्व माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की विषयवार पढ़ाई के लिए विषय शिक्षकों की पदस्थापना का ध्यान नहीं रख गया है. वहीं सेटअप 2008 में स्वीकृत पदों को विलोपित कर शिक्षकों को प्रताड़ित करने का आधार तैयार किया जा रहा है.''
छत्तीसगढ़ में नई शिक्षा सेटअप नीति का विरोध क्या है नई शिक्षानीति का सेटअप :नए सेटअप के मुताबिक हाईस्कूल में 220 से कम विद्यार्थी हुए तो वहां एक प्राचार्य और पांच अध्यापक ही मिलेंगे. वहां संस्कृत शिक्षक का पद नहीं होगा. 80 से कम विद्यार्थियों वाले प्राथमिक स्कूल में एक प्रधानपाठक और दो सहायक शिक्षक ही मिलेंगे. नए सेटअप के मुताबिक प्राथमिक स्कूलों की दर्ज संख्या में क्रमशः 30 विद्यार्थियों की वृद्धि पर एक अतिरिक्त सहायक शिक्षक की व्यवस्था की जाएगी. मिडिल स्कूल में 6 वीं से 8 वीं तक के सेटअप में एक प्रधानपाठक और 4 शिक्षक के पद स्वीकृत किए हैं.
पदों में होगी कटौती :मिडिल स्कूल में 30 से कम विद्यार्थी हुए तो वहां प्रधानपाठक का पद भी नहीं होगा. वहीं उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं यानी कक्षा 9वीं से 12 वीं तक के सेटअप में 1 प्राचार्य सहित 9 व्याख्याता के पद स्वीकृत किए गए हैं. यदि हायर सेकेंडरी कक्षाओं में दर्ज संख्या 220 से कम है तो वहां संस्कृत विषय का अध्यापक नहीं दिया जाएगा. हाईस्कूल में खेल शिक्षक यानी PTI का पद भी नए सेटअप में नहीं है. इस नए सेटअप पद विभाग में भी विरोध है.
नई शिक्षा सेटअप में है बदलाव : स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों में शिक्षकों का नया सेटअप तय करके पदों की कटौती की है. अब विद्यार्थियों की दर्ज संख्या के आधार पर ही शिक्षक नियुक्त होंगे. नए सेटअप के अनुसार हाईस्कूलों में 220 से कम विद्यार्थी हुए तो एक प्राचार्य और पांच व्याख्याता होंगे. ऐसे में वहां संस्कृत का शिक्षक नहीं होगा. इस तरह प्राइमरी, मिडिल, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों के सेटअप में बदलाव हुआ है.