जगदलपुर: 5 अक्टूबर को बस्तर पुलिस द्वारा दशहरा पर्व में शामिल होने के लिये जगदलपुर पधारे समस्त मांझी, चालकी एवं अन्य सेवाकारों का सम्मान कार्यक्रम रखा गया. जगदलपुर के शहीद स्मृति वाटिका में यह सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया. ‘‘बस्तर ता माटा’’ स्थानीय आदिवासी बोली में नामकरण किये गये इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मांझी, चालकी जैसे सम्माननीय जनों से पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक, कलेक्टर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रूबरू होना है. इस मुलाकात के दौरान क्षेत्र की सुरक्षा एवं विकास संबंधी समस्यों के निराकरण की दिशा मे विचार किया गया. बस्तर अंचल में परंपरागत रूप से समाज के विभिन्न आदिवासी समाज का नेतृत्व एवं प्रतिनिधित्व मांझी, चालकी जैसे सम्माननीय जन करते आ रहे हैं. Bastar Police honored Manjhi Chaliki
पुलिस एवं वनांचल क्षेत्र की जनता के बीच संबंध हो रहे मजबूत: बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया गया कि "बस्तर ता माटा" कार्यक्रम से पुलिस एवं वनांचल क्षेत्र की जनता के बीच संबंध मजबूत एवं मधुर हो रहे हैं. बस्तर अंचल की प्रमुख आराध्य देवी दन्तेश्वरी के सम्मान में लगातार 75 दिवस तक मनाई जाने वाली बस्तर दशहरा पर्व का समापन हो रहा है. बस्तर दशहरा पर्व का मुख्य आकर्षण रथ परिक्रमा, मावली परघाव पूजा विधान इत्यादि कार्यक्रम जगदलपुर शहर में आगामी सोमवार तक अद्वितीय उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया जायेगा. इन सभी पूजा विधान कार्यक्रम में बस्तर संभाग की विभिन्न परघना के मांझी, चालकी, नाईक, पाईक, मेंबर, मेंबरी आदि सेवाकारों द्वारा इस आयोजन में अहम भूमिका निभाई जाती है. Bastar Ta Mata program