दुर्ग : शहरी गौठान कोसानगर इन दिनों आजीविका का साधन बना हुआ है. यहां स्वसहायता समूह की महिलाएं अगरबत्ती और साबुन के अतिरिक्त फिनाइल का भी निर्माण कर आत्मनिर्भर बन (Women are making phenyl in Kosanagar Gauthan) रही हैं. महिला स्व-सहायता समूह के काम का निरीक्षण करने के लिए आयुक्त प्रकाश सर्वे मौके पर पहुंचे.जहां उन्होंने फिनायल बना रहे यूनिट का निरीक्षण किया और इसके निर्माण प्रक्रिया देखी.
कितने फिनाइल बॉटल का उत्पादन :स्व सहायता समूह की महिलाओं ने आयुक्त को फिनाइल निर्माण की विधि बताई. आयुक्त ने इसका गुणवत्तापूर्ण उत्पादन करने के लिए कहा. आयुक्त ने इस दौरान समूह की महिलाओं से कहा कि इसे स्व-सहायता समूह की महिलाओं का नाम देकर ब्रांड बनाए. कोसानगर गौठान में जीवन ज्योति क्षेत्र स्तरीय महिला समूह फिनायल का निर्माण कर रही है. यहां प्रतिदिन लगभग 200 बॉटल फिनायल का उत्पादन हो (phenyl bottles are produced in kosanagar) रहा है. जिसकी गुणवत्ता सामान्यतः बाजारों में बिकने वाले फिनायल से बेहतर है.
कब से शुरु हुआ निर्माण : गौठान में फिनाइल निर्माण की शुरूआत आज से 6 माह पूर्व की गई थी. जो लगातार जारी है. प्रतिमाह औसतन 3 से 4 हजार बॉटल का उत्पादन किया जा रहा है. जो निगम के कार्यालयों सहित क्षेत्रीय बाजारों में खूब बिक रहा है.