दुर्ग में घटा कोरोना संक्रमण का आंकड़ा, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने की तारीफ - durg corona
दुर्ग में कोरोना संक्रमण के केस में कमी की केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने तारीफ की है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जिला प्रशासन के प्रयासों की तारीफ करते हुए ट्वीटर पर एक ग्राफ शेयर किया है. जिसमें 15 दिनों के आंकड़ों को दर्शाया गया है.
दुर्ग में कोरोना
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Published : May 22, 2021, 2:17 PM IST
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Updated : May 22, 2021, 2:24 PM IST
दुर्ग: कोरोना का हॉट स्पॉट रहे छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बीते 15 दिनों से संक्रमण का ग्राफ तेजी से नीचे आता दिखाई दे रहा है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने ट्वीट कर दुर्ग जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की है. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के ट्वीट में दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमण के आंकड़े प्रदर्शित किए गए हैं.
दुर्ग में कोरोना का घटा आंकड़ा
दुर्ग में बीते 15 दिनों ने संक्रमण के आंकड़े 51 फीसदी से घटकर 5 फीसदी से नीचे पहुंच चुका है. आंकड़ों के माध्यम से बताया गया है कि किस तरह से दुर्ग में लॉकडाउन को प्रभावी तरीके से लागू किया गया. जिसका असर दिख रहा है और कोरोना संक्रमण की कमी हो रहा है.
जिले को लेकर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने ट्विट कर ग्राफ्स के माध्यम से विस्तार से बताया है कि किस तरह से कोरोना संक्रमण की बढ़ोतरी होने पर प्रशासन द्वारा पहले नाइट कर्फ्यू और उसके बाद सख्त लॉकडाउन का फैसला लिया गया. जिसका प्रभाव है कि कोरोना संक्रमण पीक में तेजी से पहुंचने के बाद ग्राफ में लगातार गिरावट आ रही है.
वर्तमान स्थिति यह है कि कोरोना संक्रमण 5 प्रतिशत से नीचे रह गया है. साथ ही जिन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मरीज सामने आए. दुर्ग में कंटेनमेंट जोन बनाए गए और कंटेनमेंट जोन पर प्रभावी निगरानी रखी गई थी. जिले में कोरोना संक्रमण अप्रैल महीने में बढ़ाने तत्काल लॉकडाउन लगा दिया गया, जो 17 मई तक चला. अभी भी प्लानिंग से दुकानें खोली गई है. इसलिए कोरोना संक्रमण दर में तेजी से काबू पा लिया है.
अधिकारियों को कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए भी अभी से तैयारियां शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं. इस तीसरी लहर में बच्चे भी गंभीर संक्रमण का शिकार हो सकते हैं. ऐसी स्थिति बनी जिला कलेक्टर ने पहले ही बैठक लेकर पर्याप्त व्यवस्थाए सुनिश्चित करने के निर्देश दे चुके हैं. जिले में जहां अप्रैल महीने में 30 दिनों में 523 कोरोना मरीजों की मौतें हुई थी. इस तरह हर दिन औसतन 17 मरीजों की मौतें हो रही थी. 21 मई तक 308 मौतें हो चुकी है. इस हिसाब से रोजाना औसतन 14 मरीजों की मौत हुई है. पिछले हफ्तेभर से मृत्युदर में भी कमी आई है.