दुर्ग: जिले में आंगनबाड़ी केंद्र की बड़ी लापरवाही सामने आई है. केंद्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिक अपने काम में इतनी मस्त थी कि उन्होंने 3 साल की मासूम को आंगनबाड़ी में ही लॉक कर दिया (girl locked up in Anganwadi center ) और अपने घर चली गई. बाद में परिजन बच्ची को खोजते-खोजते आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे तो उन्हें बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद कार्यकर्ता और सहायिका को बुलाकर ताला खुलवाया गया और बच्ची को बाहर निकाला गया. पूरे मामले में महिला बाल विकास विभाग के धमधा CDPO धीरेंद्र प्रताप सिंह ने संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर मामले की जांच के आदेश दिए. मामले में सेमरिया चौकी पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
3 साल की बच्ची घंटों आंगनबाड़ी केंद्र में रही बंद
पूरा मामला धमधा ब्लाक अंतर्गत ग्राम टेमरी के आंगनबाड़ी केंद्र (Anganwadi center )क्रमांक 2 का है. देवांगन परिवार की 3 साल की बच्ची हर रोज की तरह आंगनबाड़ी गई थी. इस दौरान खेलते-खेलते बच्ची दूसरी ओर चली हो गई. शिफ्ट पूरी होने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका ने बिना देखे केंद्र के बाहर ताला लगाया और अपने-अपने घर चली गई. इसी दौरान तीन साल की एक बच्ची केंद्र के अंदर बंद रह गई. काफी देर खेलने के बाद बच्ची को जब अपने अकेले होने का एहसास हुआ तो वह रोने लगी. टाइम होने के बाद भी जब बच्ची घर नहीं लौटी तो परिजन बच्ची को ढूंढते-ढूंढते आंगनबाड़ी पहुंचे. परिजनों को अंदर बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद कर्मचारियों को बुलाकर ताला खुलवाया गया.
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इस पूरे मामले में महिला बाल विकास विभाग के धमधा CDPO धीरेंद्र प्रताप सिंह को जैसे ही इस मामले की जानकारी हुई. उन्होंने संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया और मामले में जांच के आदेश भी दिए हैं.