धमतरी:कोरोना ने पहले ही सब्जी की खेती करने वाले किसानों की कमर तोड़ दी है और अब रही-सही कसर बारिश ने पूरी कर दी है. इस बार भारी बारिश से सब्जियों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. बारिश से फसल बर्बाद होने की स्थिति में है, तो वहीं क्वॉलिटी पर भी इसका असर पड़ा है. एक तरफ फसल के नुकसान से किसानों के सामने जीवनयापन का संकट खड़ा हो गया है, तो वहीं बाजार में आवक कम होने से सब्जियों की कीमत अब आसमान छूने लगी है.
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पिछले कुछ दिनों से धमतरी जिले में लगातार बारिश हो रही है और इससे अधिकांश खेतों में पानी भर गया है. इस वजह से सब्जियां सड़कर खराब हो गई और उत्पादन पर भी इसका असर पड़ा. बारिश की वजह से सब्जी की फसलें खराब होने और ट्रांसपोर्ट से सब्जियों की आवक कम होने की वजह से इनकी कीमतें पिछले सप्ताह की तुलना में काफी बढ़ी है. इन दिनों हरी सब्जियों के दाम डेढ़ गुना और टमाटर के दाम तीन गुने हो गए हैं. हालांकि लॉकडाउन शुरू होने के बाद अधिकांश किसानों ने सब्जी की खेती शुरू कर दी थी. बाजार में कम बजट का व्यवसाय होने से आम लोगों ने भी सब्जी का व्यवसाय किया. प्रतिस्पर्धा होने से सब्जियों के दाम बहुत कम थे, लेकिन अब बारिश ने इनका भी कबाड़ा कर दिया है.
टमाटर हुआ महंगा
पखवाड़े भर पहले टमाटर 20 रुपये किलो बिक रहा था जो अब 60 रुपये किलो हो गया है. शिमला मिर्च, पालक, लौकी, पत्तागोभी, फूलगोभी के दाम में भी इजाफा हुआ है. अदरक 100 रुपये तो लहसुन 125 रुपये किलो के पार जा चुका है, वही भिंडी, करेला, बैंगन आदि के दामों ने भी महंगाई की तेज रफ्तार पकड़ी हुई है. पिछले 10 दिन में सब्जियों की कीमत 2 से 3 गुना तक बढ़ गई है. इन दिनों बाजार में शिमला मिर्च,लौकी,बैगन,भिंडी,करेला और टमाटर ही नहीं बल्कि नींबू-मिर्च, धनिया, मेथी के भी दाम आसमान पर है.
सब्जियों के दाम छू रहे आसमान
शहर के मुख्य सब्जी मंडी,गोल बाजार,इतवारी बाजार सहित अन्य बाजार में कोई भी सब्जी रास्ता नहीं है. बारिश में अब आवक कमजोर होने के चलते मंहगाई बढ़ गई है. शहर में लोकल के साथ ही दुर्ग, भिलाई, रायपुर, बालोद क्षेत्र से आपूर्ति होती है. महीने भर पहले मंडी में 40 से 50 गाड़ियां आती थी, लेकिन बारिश से उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. यही वजह है कि अब सब्जियां बाजार तक नहीं पहुंच रही हैं. इस कारण कल तक सस्ती सब्जियों के दाम अब बढ़ गए हैं. जिले में लगातार बारिश के कारण सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं, तो वहीं कई सब्जियों की आवक ही कम हो गई है. इधर दामों में लगातार बढ़ोतरी से इसका सीधा असर थाली पर पड़ रहा है. रसोई का बजट पूरी तरह बिगड़ गया है. उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सब्जियों के दामों में गिरावट आएगी.