धमतरी: कुरूद में परीक्षार्थियों के साथ धोखाधड़ी का केस सामने आया है. छात्रों 10वीं की ओपन परीक्षा का फॉर्म भरा था, जिसके लिए निर्धारित शुल्क भी जमा किए था, लेकिन स्कूल का एक कर्मचारी ने फार्म और संबंधित शुल्क स्कूल में जमा ही नहीं किया. इस वजह से बच्चे परीक्षा देने से वंचित रह गए.
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कुरूद थाना क्षेत्र में परीक्षार्थियों ने ओपन परीक्षा के जरिए 10वीं पास करने के उद्देश्य से स्कूल में फॉर्म जमा किया था, परीक्षार्थियों ने स्कूल के ही चपरासी देवकुमार को फॉर्म और उससे संबंधित शुल्क दिया था. रसीद मांगने पर देवकुमार ने थोड़ी देर बाद ही रसीद देने की बात कही थी. इसके बाद छात्र जब उससे रसीद मांगने लगे तो वह उन्हें घूमाता रहा. जब कुछ दिनों के बाद छात्र स्कूल पहुंचे तो वहां उन्हें पता चला की देवकुमार को स्कूल के कार्य से मुक्त कर दिया गया है. परीक्षा के विषय में जब छात्रों ने वहां मौजूद कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने छात्रों के फॉर्म जमा नहीं होने की बात कही.