धमतरी :खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में धमतरी जिले में चार लाख 31 हजार 397 मीट्रिक टन धान की खरीदी किसानों से समर्थन मूल्य पर की गई. कलेक्टर पीएस एल्मा के मार्गदर्शन में आज की स्थिति में सभी 96 उपार्जन केन्द्रों से शत-प्रतिशत धान का उठाव कर लिया गया (Millers lifted hundred percent paddy in Dhamtari) है. इतना ही नहीं, जिले के मिलर्स ने अब तक अन्य सात जिलों के एक लाख 60 हजार मीट्रिक टन धान का भी उठाव कर लिया है.
इस तरह से धमतरी एक ऐसा जिला है, जहां अधिक धान खरीदी वाले जिलों में सबसे पहले यहां शत-प्रतिशत धान का उठाव समितियों से किया गया. इससे एक तरह से राज्य शासन को लगभग पांच करोड़ रूपए की बचत हुई है. यह धान के परिवहन, सूखत, संग्रहण केन्द्रों में यदि धान रखा जाता तो उसकी सुरक्षा, रख-रखाव, बिजली, मजदूरी में लगने वाले पैसों की बचत हुई है.
कुशल प्रशासन के कारण हुआ उठाव :खाद्य अधिकारी बी.के.कोर्राम ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में 96 उपार्जन केन्द्रों के जरिए एक लाख 12 हजार 227 पंजीकृत किसानों से धान खरीदी की गई थी. आठ अरब 39 करोड़ 28 लाख 60 हजार रूपए के समर्थन मूल्य पर चार लाख 31 हजार 397 मीट्रिक टन धान एक दिसम्बर 2021 से 07 जनवरी 2022 तक खरीदा गया. जिले के 200 पंजीकृत मिलर्स ने सीधे खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव (200 registered millers lifted paddy directly from procurement centers) किया है.
ये भी पढ़ें - धमतरी में मालिक की जान बचाने तेंदुए से भिड़ गए वफादार कुत्ते, सुनिये-क्या बोले चश्मदीद...
दूसरे जिले के मिलर्स ने भी उठाया धान : धमतरी जिले में धान उठाव को लेकर जितनी तेजी जिले के मिलर्स ने दिखाई उतनी ही तेजी दूसरे जिलों में भी देखने को मिली धमतरी के अलावा मिलर्स महासमुंद, बालोद, कांकेर, राजनांदगांव, गरियाबंद, बेमेतरा और रायपुर जिले से अब तक एक लाख 60 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव कर चुके हैं.