धमतरी :जिले में एक अजीबोगरीब वाक्या देखने को मिला. नगरी क्षेत्र के काष्ठागार में कुछ लोगों ने एक बंदर को देखा, जिसकी गोद में उसका बच्चा (Monkey in trouble in the city of Dhamtari) था. लेकिन इस बच्चे की सिर की जगह तांबे का एक लोटा नजर आ रहा था. लोगों ने बंदर को देखते ही माजरा समझ लिया कि जरुर बच्चे ने पानी पीने के लिए अपनी गर्दन लोटे में डाली होगी और वो उसी में फंस गया होगा. लोगों ने वनविभाग को इस बात की सूचना दी लेकिन वन विभाग इस बेबी मंकी के सिर से लोटा निकालने में कामयाब नहीं हो सका.
मुश्किल में कैसे फंसा बंदर : जब हमने इसके बारे में तस्दीक से पता लगाया तो पता चला कि बंदर के सिर में जो लोटा फंसा है, वो दरअसल एक मंदिर का है. नगरी के काष्ठागार क्षेत्र में एक शिव मंदिर है. जहां कई बंदर पानी और खाने की तलाश में आते हैं. इसी मंदिर के प्रांगण में भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए एक लोटा रखा था. बंदर की टोली जब मंदिर पहुंची तो बेबी मंकी ने लोटे में पानी देखा. पानी पीने के लिए उसने अपना पूरा सिर ही लोटे में डाल दिया. बेबी मंकी की प्यास तो बुझ गई लेकिन उसकी गर्दन में एक मुसीबत अटक गई. क्योंकि जिस लोटे में उसने अपना सिर डाला था. वो अब बाहर नहीं आ रहा था.
बंदर की मां को हुई चिंता : अपने जिगर के टुकड़े को मुश्किल में देखकर हर मां परेशान हो जाती है. ठीक ऐसे ही बेबी मंकी की मां को जब ये मुसीबत नजर आई तो वो तुरंत उसके पास पहुंची और बंदर को लोटे समेत अपनी गोद में चिपका लिया. बंदर की मां उसे अपने साथ ऊंचे पेड़ में ले गई और सुरक्षित जगह देखकर बैठ गई.