धमतरी:सरकार विकास के चाहे कितने ही क्यों न कर ले, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. कुरुद जिले में करोड़ों रुपये खर्च कर सड़कों का निर्माण कराया गया. बारिश आते ही ये सड़के गढ्ढों में तब्दील हो गईं. बीजेपी सरकार के कार्यकाल के समय कुरूद विधानसभा ने सड़कों और भवनों को लेकर पूरे जिले में खूब तारीफ बटोरी थी, लेकिन बरसात के आते ही इस क्षेत्र की सड़कों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल खोल दी.
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नगर पंचायत कुरुद के सरोजनी चौक, चर्रा रोड,गौरव ग्राम, मेघा रोड और कुरुद पुराना बाजार चौक के साथ-साथ चड़मुड़िया रोड,भोथली रोड की मुख्य सड़क बदहाल हो गई है. सड़कों की ऐसी हालत से जनता को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सत्ता बदलने के बाद इस क्षेत्र के लोगों की समस्याओं में कोई बदलाव नहीं आया है. क्षेत्र के विधायक अजय चंद्राकर और कांग्रेस के नेताओं ने सड़क की समस्या को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है.
आरोप-प्रत्यारोप शुरू
नगर पंचायत कुरुद के अध्यक्ष तपन चन्द्राकर ने सड़कों की स्थिति को लेकर विधायक अजय चंद्राकर पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि अजय चंद्राकर विकास के नाम पर ढोंग कर रहे हैं. एक ही बारिश में उनकी ओर से बनाई गई सड़क की गुणवत्ता दिखाई दे रही है. उन्होंने विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें जहां कमीशन मिलता है, वे वहीं काम करवाते हैं और बाकि जगह केवल ढोंग करते हैं. कांग्रेस के उठ रहे सवाल पर बीजेपी नेता भानु चंद्राकर ने कहा कि कुरुद के इतिहास को देखते हुए हमें किसी प्रमाण की जरूरत नहीं है.
गढ्ढों में तब्दील हुई सड़क सड़क की होगी मरम्मत: कलेक्टर
इस संबंध में कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने कहा कि ठेकेदार से सड़क की मरम्मत कराई जाएगी. अगर सड़क गारंटी पीरियड पर नहीं हुई तो फिर से सड़क बनवाने की कार्रवाई की जाएगी.