धमतरी : छत्तीसगढ़ के लिए आने वाले दिन बेहद नाजुक होने वाले हैं. भीषण गर्मी के बीच एक चौंका देने वाली खबर आई है. खबर ये है कि राज्य के जलाशयों में पानी का काफी कम स्टाक बचा है.धमतरी जिले की यदि बात करें तो जिले का मुरुमसिल्ली बांध (madamsilli dam) पूरी तरह से सूख चुका है. दुधावा और सोंढूर बांध में कुछ फीसदी पानी बचा है. वहीं जिले का सबसे बड़ा गंगरेल डैम का स्टाफ 50 फीसदी बचा है. जिसके कारण अब पेयजल और भिलाई स्टील प्लांट के अलावा किसी दूसरी जरुरत के लिए पानी देने पर रोक लगा दी गई है.
100 साल पुराना बांध बना खेत :जिले का सौ साल पुराना बांध मुरुमसिल्ली इन दिनों किसी खेत की तरह दिखाई दे रहा है. इस बांध में पानी तो छोड़िए गीली मिट्टी भी आपको नजर नहीं आएगी. अमूमन बांध को खाली करने के बाद भी उसमे डेड स्टाक का जल बचा रहता है. लेकिन मुरुम सिल्ली के लिए ये बात सही साबित नहीं हो रही.इस बांध में जहां भी नजर दौड़ाओं वहां पर सिवाय रेत के कुछ नजर नहीं आता.
दुधावा और सोंढूर की हालत पतली : जिले के दूसरे बांधों की बात करें तो दुधावा में 1 दशमलव 5 टीएमसी पानी है. जो उसकी क्षमता का 15 प्रतिशत है. इसके बाद सोंढूर बांध में 1 दशमलव 3 टीएमसी पानी है जो क्षमता के मुकाबले सिर्फ 21 फीसदी है. सोंढुर का एक गेट खराब भी है जिसकी मरम्मत के लिये काफी मात्रा में पानी खाली करना जरूरी है.