धमतरी :धमतरी जिले में कुरुद ब्लॉक है. यहां आने वाले 4 गांवों की 15 सौ एकड़ की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई (Farmers crops ruined due to water in Dhamtari) है. ये पहली बार नही है बल्कि 4 साल से हर बार यही हो रहा है. इसके पीछे कारण रायपुर जिले के दुलना गांव में बना एनीकट बताया जा रहा है. परेशान किसानों ने बताया कि ''जब बांध से नदी में पानी छोड़ा जाता है. तो दुलना वाले एनीकट का गेट नही खोलते जिससे बाढ़ का पानी 15 सौ एकड़ के खेतों में भर जाता है.पूरी बुआई,रोपाई का खर्च होने के बाद हर साल धान की फसल गल जाती है. इस मामले में धमतरी कलेक्टर ने शिकायत को सही बताया और रायपुर जिले के अधिकारियों से तालमेल बैठा कर समस्या का समाधान निकालने की बात कही (dhamtari news today) है.
धमतरी में सैकड़ों एकड़ में लगी फसल पानी में डूबी
धमतरी में एक एनीकट ने किसानों के जीवन में अंधेरा ला दिया है. पिछले 10 साल से इस एनीकट के कारण किसानों की लाखों रुपए की फसल पानी की भेंट चढ़ रही है.
क्यों बनाया गया था एनीकट : किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ देने के लिए दुलना में एनीकट (Due to dulna Anicut ) बनाया गया है.लेकिन जिला प्रशासन की लापरवाही से एनीकट हर साल किसानों के लिए आफत साबित हो रही है.तेज बारिश या फिर नदी में बांध से पानी छोड़ने के बाद एनीकट के कारण कठौली,धूमा और परसट्ठी गांवों के किसान जलप्रलय से परेशान हो जाते (many acres of farmers crop destroyed in dhamtari) हैं.
कितना हुआ नुकसान :ग्रामीणों ने बताया कि इस बार करीब 15 सौ एकड़ खेत में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई है. ऐसे में धमतरी के किसान अब मुआवजा की मांग प्रशासन से कर रहे हैं. किसानों ने बताया कि दस साल पहले ग्राम दुलना में एनीकट का निर्माण हुआ है. एनीकट का गेट छोटा होने से पानी का बहाव नही होता.जिससे हर साल तीनों गांव के करीब 15 सौ एकड़ खेत में पानी भर जाता है. ऐसे में फसल बर्बाद होती है. किसानों का कहना है कि कर्ज लेकर खेती करते है. लेकिन फसल बर्बाद होने पर उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है.वहीं प्रशासन को कई बार समस्या से अवगत कराने के बाद भी अब तक कोई पहल नहीं की जाती.वहीं जिला प्रशासन ने एक बार फिर किसानों की समस्या दूर करने की बात कही है.