बिलासपुर :उज्जवला गृह महिला पुनर्वास में युवतियों और महिलाओं को परिजन से नहीं मिलने देने का मामला सामने आया है. महिलाओं ने प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है. पुलिस ने प्रताड़ित करने वाली महिला कर्मचारी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है. वहीं केंद्र संचालक की शिकायत पर भी एक महिला के परिजन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
उज्जवला गृह महिला पुनर्वास केंद्र सरकंडा पुलिस ने बताया कि 2 दिन पहले क्षेत्र में रहने वाली एक महिला घर से भाग गई थी. जिसे लोगों ने पटवारी प्रशिक्षण केंद्र के पीछे स्थित उज्जवला गृह महिला पुनर्वास केंद्र में रखवाया था. रविवार की रात महिला का पति कुलदीप सिंह मिलने पुनर्वास के अंदर गया तो कर्मचारियों ने उसे आईडी प्रूफ देने पर सोमवार को पत्नी को सौंपने की बात कही. इस पर आरोप है कि कुलदीप सिंह अपने साथियों के साथ हंगामा मचाने लगा. इस दौरान पुनर्वास केंद्र की कुछ युवतियों ने भी प्रताड़ित किए जाने की शिकायत की. मौके पर पहुंची पुलिस सभी को थाने लेकर आई जहां उनका बयान दर्ज किया गया.
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युवतियों से सीएसपी ने भी की पूछताछ
आरोप लगाए जाने के बाद सीएसपी निमिषा पांडेय ने तीनों युवतियों का अलग-अलग बयान दर्ज किया. एक युवती ने आरोप लगाया कि उसकी मां उससे मिलने आई थी. केंद्र की महिलाकर्मी ने उसकी मां से मिलने नहीं दिया जबकि वह मिलना चाहती थी. उसने भी आरोप लगाया कि वहां रहने वाले अन्य महिलाओं को परिजन से मिलने नहीं दिया जाता और मारपीट कर कमरे में बंद कर प्रताड़ित किया जाता है. पुलिस ने युवती की रिपोर्ट पर महिलाकर्मी नीलम के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है.
केंद्र संचालक ने भी दर्ज कराई शिकायत
पुनर्वास केंद्र के संचालक जितेंद्र ने आरोप लगाया कि कुलदीप सिंह और अन्य युवकों ने जबरदस्ती केंद्र में घुसकर गाली-गलौज कर हंगामा मचाया और जबरदस्ती तीनों को बाहर निकाल दिया था. पुलिस ने संचालक की रिपोर्ट पर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस मामले की गंभीरता से जांच के आदेश दिए हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.