गौरेला पेंड्रा मरवाही:छत्तीसगढ़ के पेंड्रा जिले के धोबहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला के फांसी लगाकर खुदकुशी के मामले में महिला आयोग ने जांच के निर्देश दिए हैं. राज्य महिला आयोग की सदस्य मंगलवार को धोबहर गांव पहुंची और पीड़ित परिवार से मिली. परिवार को न्याय दिलाने की बात करते हुए दोषी व्यक्ति और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. (Woman suicide case in Dhobahar Primary Health Center)
धोबहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला की खुदखुशी मामला पेंड्रा में छत्तीसगढ़ महिला आयोग की टीम:मामले में छत्तीसगढ़ महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना उपाध्याय खुद महिला एवं बाल विकास पुलिस के अधिकारियों के साथ धोबहर गांव पहुंची और पीड़ित परिवार से मिली. अर्चना उपाध्याय ने मृतका की मां को हर संभव न्याय दिलाने की बात कही. मामले में समझौता के लिए बैठक बुलाने वाले गांव के सरपंच पति ध्यान सिंह पोर्ते को भी फटकार लगाई. मृतका का पोस्टमॉर्ट्म करने वाले डॉक्टर से भी महिला आयोग की सदस्य ने चर्चा की. मौका ए वारदात का भी निरीक्षण किया. आयोग ने संदिग्ध लोगों की जल्द धरपकड़ करने के निर्देश पुलिस को दिया.
ये है पूरा मामला:पेंड्रा थाना क्षेत्र के धोबहर गांव के हॉस्पिटल परिसर में 13 मार्च को चंपा बाई का शव पेड़ से लटका मिला था. बताया गया कि स्वीपर अमित धुर्वे ने बिना शादी के ही गांव में रहने वाली चंपाबाई को अपने साथ रख लिया था. दोनों अस्पताल परिसर में बने एक कमरे में रहते थे. इसी बीच अस्पताल के ड्रेसर रुपेंद्र सिंह भदौरिया ने चंपा बाई के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की. किसी तरह भागकर चंपा ने खुद को बचाया और दूसरे दिन पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करना चाहा. लेकिन रुपेंद्र सिंह भदौरिया के बेटे और गांव के सरपंच ने उसे पुलिस में शिकायत नहीं करने को कहा.
अस्पताल परिसर में लटका मिला महिला का शव, आत्महत्या या हत्या मामला साफ नहीं
पेंड्रा पुलिस की कार्रवाई पर सवाल: इसके बाद भी पीड़िता पुलिस थाने गई लेकिन थाने में पीड़िता की शिकायत नहीं दर्ज की गई. यही नहीं चंपा जिस व्यक्ति अमित के साथ रहती थी, उसकी मां की शिकायत पर पुलिस ने पीड़िता के ही खिलाफ मारपीट और गाली-गलौज का मामला दर्ज कर लिया. इसके बाद से ही पीड़िता मानसिक रूप से परेशान रहने लगी. 13 मार्च को अस्पताल के कर्मियों ने चंपा का शव पेड़ पर लटका देखा और परिवार को जानकारी दी. परिजनों ने रुपेंद्र पर बेटी की हत्या करके शव पेड़ पर लटकाने का आरोप लगाया था. मृतका की मां ने पुलिस पर मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का भी आरोप लगाया था. जिसके बाद थाना प्रभारी प्रवीण द्विवेदी को सस्पेंड कर दिया गया था.