बिलासपुर : गर्मी का मौसम शुरू होते हैं घरों और निगम के बोरिंग का जल स्तर गिरने लगता है. कई इलाकों का जल स्तर 30 से 50 फिट नीचे तक गिर जाता है. ऐसी स्थिति में नगर निगम पानी के टैंकर के माध्यम से समस्या ग्रस्त इलाके में पानी की सप्लाई करता है. 5 लाख की आबादी वाले शहर में मात्र 60 पानी के टैंकर से कैसे नगर निगम प्यासे गले को तर कर सकता है. बिलासपुर नगर निगम की 70 वार्डो की जनसंख्या लगभग 5 लाख की है.
5 लाख आबादी पर 60 टैंकर : निगम के पास लगभग 60 टैंकर है जिनमे से कई जर्जर वाली स्थिति में पहुंच गए हैं. ऐसे में 5 लाख की आबादी की प्यास 50 टैंकर से पूरा करना असंभव है. गर्मी की शुरुआत में ही पानी की किल्लत शुरू हो गई ( water problem in bilaspur) है. घरों में समय पर पानी न मिलने से कामकाजी लोगों को परेशानी बढ़ गई है. लोग टूटे हुए पाइप और लीकेज से परेशान हैं. शिकायत के बाद भी निगम के कर्मचारी मरम्मत करने नहीं पहुंच रहे हैं. मजबूरी में वार्ड वासी अपने जेब से पैसे खर्च कर मरम्मत करवा रहे हैं. नगर निगम की कथनी और करनी में बड़ा अंतर दिखने लगा है.
शहर में कई जगह पानी की किल्लत : शहर के जरहाभाटा, तालापारा, तारबहार, देवरीखुर्द जैसे स्लम एरिया में पानी की भारी किल्लत है. इस मामले में 1 दिन पहले तालापारा में पानी नहीं मिलने पर लोगों ने सड़क जाम किया था. साथ ही निगम अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की थी. इस मामले में नगर निगम के जल विभाग के प्रभारी अजय श्रीवासन का कहना है कि नगर निगम में नए जुड़े वादों में पानी की कुछ समस्या है. जिन्हें टैंकर के माध्यम से पूरा किया जा रहा है.