बिलासपुर :राज्य स्तर पर स्कूल शिक्षा विभाग में ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई है. लेकिन इस लिस्ट में गलतियों का अंबार है. शिक्षक ट्रांसफर लिस्ट में ऐसी ऐसी गलतियां हैं. जिसे सुनकर हंसी आ जाएगी. इतने बड़े अधिकारी और इतने पढ़े लिखे विभाग के होने के बावजूद भी इस तरह की गलतियां सामान्य नहीं होती. जहां एग्जाम में छोटी सी गलती करने पर नंबर काटने वाले शिक्षक खुद ही गलती कर रहे (Negligence of Bilaspur Education Department) हैं. कुछ इसी तरह का कारनामा शिक्षा विभाग के ट्रांसफर लिस्ट में देखने को मिल रहा है. लिस्ट में जहां पहले ही शिक्षकों की कमी थी. वहां से शिक्षक हटाकर दूसरे स्थान भेज दिए गए है. उन्हें ऐसे स्कूलो में भेजा गया है. जहां पहले से ही अतिशेष शिक्षक हैं. यानी पहले ही शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूल से हटाकर जहा पहले ज्यादा है. वहां और शिक्षक भेज दिए गए हैं. जिन प्राचार्य या अधिकारी वर्ग के शिक्षा विभाग के कर्मचारी है उन्हें स्वैच्छिक तबादला में शामिल कर उनका तबादला कर दिया गया है. जबकि उन्होंने स्वैच्छिक तबादला का आवेदन ही नही दिया है. इस पूरी लिस्ट में कई गलती और कई खामी है.
रिटायर्ड शिक्षक का भी हुआ ट्रांसफर :राज्य सरकार के द्वारा शिक्षक तबादला सूची जारी करने के साथ ही जिला स्तर पर प्रभारी मंत्री के अनुशंसा से शिक्षकों के तबादले किए जा चुके हैं. इसके बाद अब राज्य स्तर पर भी सूची जारी हो गई है. इस सूची में डीईओ व्याख्याता, प्रधान पाठक, शिक्षक, सहायक शिक्षक, क्लर्क, ग्रंथपाल से लेकर चपरासी तक की करीब 10 सूची जारी की गई है. इसमें जिले में पदस्थ शिक्षक भी प्रभावित हुए हैं. इस तबादला सूची में काफी बड़ी-बड़ी गलतियां भी हैं. जैसे बिल्हा ब्लॉक के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला दोमुहानी में पदस्थ शिक्षक मनोज कुमार अग्निहोत्री जुलाई 2022 में रिटायर हो चुके हैं. इसके बावजूद इस तबादला सूची में उनका प्रशासनिक तबादला दोमुहानी से शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बेलतरा कर दिया गया है. उनके स्थान पर बेलतरा के शिक्षक को दोमुहानी में पदस्थ किया गया (Education Department transferred retired teacher ) है.