गौरेला-पेंड्रा-मरवाही:जिले की मरवाही विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है. रविवार शाम से प्रचार बंद हो गया. आज प्रत्याशी डोर-टू-डोर जनसंपर्क करेंगे. वर्षों से जोगी का गढ़ कहे जाने वाले मरवाही सीट को अपने नाम करने के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों पूर जोर कोशिश कर रहे हैं. जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी का नामांकन रद्द होने के बाद बीजेपी के गंभीर सिंह और कांग्रेस से केके ध्रुव के बीच अब सीधी टक्कर नजर आ रही है. दोनों ही प्रत्याशी घर-घर जाकर लोगों से वोट की अपील करेंगे.
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मरवाही में चुनाव प्रचार के लिए दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. कांग्रेस ने जहां मरवाही में प्रचार के लिए सीएम के साथ पूरा मंत्रीमंडल उतार दिया था तो वहीं बीजेपी भी पीछे नहीं थी. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह,नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक,प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने चुनाव प्रचार की कमान संभाले रखी थी. इस बीच कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गजों ने कई सभाएं की. एक ओर जहां दोनों पार्टियां प्रचार में जुटी हुई थी तो वहीं दूसरी ओर जेसीसीजे के विधायकों ने बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया. इसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई. मतदान के तीन दिन पहले विधायक धरमजीत सिंह और रेणु जोगी ने बीजेपी के प्रत्याशी को अपना पूरा समर्थन दे दिया. जेसीसीजे के विधायकों के इस फैसले के खिलाफ 2 विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा ने कांग्रेस के प्रत्याशी को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी.
जिला प्रशासन की पूरी तैयारी
जेसीसीजे के समर्थन के बाद बीजेपी का पलड़ा जहां थोड़ा भारी लग रहा था अब पार्टी में आए दो फाड़ की वजह से कांग्रेस और बीजेपी फिर से बराबरी पर आ गए हैं. अब मरवाही की 1 लाख 90 हजार मतदाता प्रत्याशी का भविष्य तय करेंगे. जिला प्रशासन पूरी तैयारी के साथ चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में जुटा हुआ है. उपचुनाव के मद्देनजर शांतिपूर्ण, भयमुक्त चुनाव को लेकर जीपीएम पुलिस ने फ्लैगमार्च निकाला था. मतदाताओं के बीच सुरक्षा की भावना जागृत करने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों की सक्रियता बढ़ाई गई है. सुरक्षा कर्मियों ने चुनाव के दौरान शांतिपूर्ण और भयमुक्त माहौल बनाए रखने के लिए कमर कस चुके हैं. फ्लैग मार्च से लेकर एरिया डोमिनेशन का कार्य भी जोरों पर किया जा रहा है.
- मतदाताओं के सुगम मतदान के लिए 286 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
- 237 मूल मतदान केंद्र एवं 49 सहायक मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
- इस निर्वाचन में कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोरोना प्रभावित मतदाताओं के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं, उन्हें मतदान के अंतिम 1 घंटे में मतदान की सुविधा प्रदान की गई है.
- मतदाता सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान कर सकेंगे.
- 3 नवंबर को मतदान होने के बाद 10 नवंबर को परिणाम की घोषणा की जाएगी.