मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू बिलासपुर पहुंच गए हैं. सीएम और गृह मंत्री राउत महोत्सव में हिस्सा लेंगे.
राउत नाचा महोत्सव: सीएम भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पहुंचे
18:36 December 05
राउत महोत्सव में शामिल होने पहुंचे सीएम भूपेश बघेल
08:58 December 05
4 बजे के करीब कार्यक्रम स्थल पर पहुचेंगे सीएम भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से 3.45 बजे बिलासपुर पहुंचेंगे. वे स्थानीय एसईसीएल हेलीपैड से कार से लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान पहुंचेंगे. तय शेड्यूल के तहत सीएम शाम 5.30 बजे तक राउत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके ठीक बाद वे कार से रायपुर के लिए रवाना हो जाएंगे. आज इस महोत्सव में शामिल होने गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू भी बिलासपुर पहुंच रहे हैं. गृहमंत्री संत सम्मेलन समेत कई अन्य कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे. सीएम समेत कई अन्य मंत्रियों और नेताओं के आगमन के मद्देनजर आज शहर में प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है. आज जरूरत पड़ने पर शहर के मुख्यमार्गों को डाइवर्ट भी किया जा सकता है.
08:45 December 05
बिलासपुर का ऐतिहासिक राउत नाचा महोत्सव आज, सीएम होंगे शामिल
बिलासपुर में कोरोना काल के बीच आज 43वां भव्य राउत नाचा महोत्सव मनाया जाएगा. महोत्सव को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. हर साल की तरह इस बार भी शहर के शनिचरी स्थित स्थानीय लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान में इस महोत्सव का आयोजन होगा. आज इस महोत्सव में शिरकत करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू बिलासपुर पहुंच रहे हैं. यह छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक आयोजनों में से एक है. सजे-धजे राउत नर्तक दल इस स्पर्धा में अपनी कला का जौहर दिखाते हैं और परंपरागत रूप से अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हैं.
1978 से जारी यह महोत्सव अपनी भव्यता के लिए मशहूर है और पूरे प्रदेश के राउत इस महोत्सव में शामिल होने पहुंचते हैं. महोत्सव के दौरान यदुवंशी अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हैं. इनका नृत्य एक आकर्षक शैली में होता है और नृत्य के दौरान यह दोहा बोलते हुए नजर आते हैं. राउत दोहों के माध्यम से कई तरह के सामाजिक सन्देश दिए जाते हैं. वर्ष 1978 से राउत नाच को एक संगठित रूप दिया गया. आज के दिन बेहतर प्रदर्शन करने वाले दलों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार दिया जाता है. निर्णायक मंडल नृत्य, अनुशासन, पहनावा, प्रदर्शन समेत कई बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए पुरस्कार देते हैं. यह कार्यक्रम शाम 4 बजे के बाद से देर रात तक चलेगा.