बिलासपुर: जशपुर के आदिवासी क्षेत्र से संरक्षित मूर्तियों को उठवाने और चोरी के मामले में मंगलवार को भी राज्य शासन की ओर से विवरण प्रस्तुत नहीं किया गया. बीते 20 अक्टूबर को सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूरे प्रकरण की बिंदुवार जानकारी मांगी थी. इसमें चोरी की गई या गायब हुई मूर्तियों की जानकारी. कब रिपोर्ट लिखी गई, कब- क्या कार्रवाई हुई, यह डिटेल बताने को कहा गया था. कोर्ट ने प्रकरण को गंभीर मानते हुए मामले की अगली सुनवाई 25 नवंबर को रखी है
जशपुर से संरक्षित मूर्तियों की चोरी और उसे हटवाने के मामले में हाईकोर्ट में हुई सुनवाई
जशपुर में आदिवासी क्षेत्रों से संरक्षित मूर्तियों की चोरी और उसको हटाए जाने का मुद्दा हाईकोर्ट में पहुंच गया. मंगलवार को इस पूरे मामले पर कोर्ट में सुनवाई हुई. शासन की तरफ से जवाब दाखिल नहीं करने पर इस मामले में सुनवाई अब 25 नवंबर को होगी
बिलासपुर हाईकोर्ट
आदिवासियों की संस्था सरहुल सरना महोत्सव समिति जशपुर ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर किया था. जिसमें यह बताया गया कि जशपुर जिले के विभिन्न ग्रामों में पूर्वजों द्वारा स्थापित और संरक्षित सैकड़ों वर्ष पुरानी देव मूर्तियों और प्राचीन चिन्हों को राज्य शासन द्वारा उठवाया जा रहा है. उनकी चोरी भी हो रही है. मूर्तियां गायब होने से क्षेत्रवासियों एवं ग्रामवासियों में काफी गुस्सा है