बिलासपुर:कोरमी गांव में नशे के लिए सिरप पीने से 9 लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बीते दो दिनों से लगातार आस-पास के गांवों के सभी घरों में जाकर संदिग्ध मरीजों की तलाश में जुटे हैं. घटना के बाद से स्वास्थ्य विभाग के लोग कोरमी गांव में भी कैंप लगाए हुए हैं.
बिलासपुर शहर से लगे कोरमी गांव में कई युवकों ने नशे के लिए अल्कोहल युक्त सिरप पी लिया था. जिससे 9 लोगों की मौत हो गई थी. घटना के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था. आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग ने गांव में कैंप लगाए थे.
बिलासपुर के कोरमी में नशे के लिए सिरप पीने से 9 लोगों की मौत, नेता प्रतिपक्ष ने की मुआवजे की मांग
घर-घर हो रहा है सर्वे
स्वास्थ्य विभाग गांव के सभी लोगों की जांच कर रहा है. लगातार सिरगिट्टी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डाक्टर आस-पास के गांव में जाकर सर्वे कर रहे हैं. सर्वे के दौरान कोरमी के 80 घरों में से सिरप सेवन करने वाले 2 लोग और मिले हैं. बसिया के 60 घरों में से एक भी इस सिरप का सेवन करने वाले नहीं मिले हैं. बन्नाकडीह के 50 घरों में से सिरप का सेवन करने वाले 2 लोग मिले हैं. नगपुरा के 76 घरों के सर्वे में सिरप का सेवन करने वाला एक भी नहीं मिला है.
5 मई को हुई थी 9 लोगों की मौत
5 मई को सिरगिट्टी इलाके के कोरमी गांव में नशे के लिए सिरप पीने से कुल 9 लोगों की मौत हो गई थी. कई लोगों को सिम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. लॉकडाउन में शराब नहीं मिलने से कई लोग नशे के लिए सिरप या अन्य दवाईयों का इस्तेमाल कर रहे थे. घटना के तुरंत बाद से स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप लगाकर लोगों की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि इस सिरप में हाई अल्कोहल की मात्रा होने के चलते लोग इसका उपयोग नशे के लिए कर रहे थे. मरने वालों में ज्यादातर एक ही मोहल्ले के रहने वाले थे. घटना के बाद छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक कोरमी गांव में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे.