बिलासपुर:जिले के जयराम नगर में हुई 28 लाख रुपये की चोरी के मामले का खुलासा हो गया है. जांच में चोरी की रिपोर्ट पूरी तरह फर्जी साबित हुई. खुद को चोरी की वारदात का शिकार बताने वाले अग्रवाल दंपत्ति ने परिवारिक कलह और कर्ज के बोझ से परेशान होकर चोरी की झूठी साजिश रची थी.
बिलासपुर जयराम नगर में हुई 30 लाख की चोरी के मामले को सुलझाने में पुलिस को सफलता मिल गई है. 4 सितम्बर को जिले में इस खबर ने हड़कंप मचा दिया था. सभी पुलिस के काम को लेकर सवाल उठा रहे थे. लेकिन पुलिस ने भी अपने दामन में लग रहे दाग को धो दिया. बुधवार को हुए खुलासे ने चोरी के पीड़ित को ही चोर साबित कर दिया. अग्रवाल परिवार ने 30 लाख की चोरी की झूठी रिपोर्ट लिखाई थी. लेकिन उनकी साजिश चल नहीं सकी. पुलिस के अफसरों और जमीनी अमले ने 4 दिन के भीतर ही अथक मेहनत कर सफलता हासिल कर ली है.
दरअसल जयरामनगर में रहने वाले कमल अग्रवाल पेशे से व्यापारी है. उनकी पत्नी गिरिजा देवी जयरामनगर में सरपंच पद पर पदस्थ है. उन्होंने थाना मस्तुरी को टेलीफोन से सूचना दी कि 3 और 4 सितंबर की दरमियानी रात्रि इनके घर का दरवाजा तोड़ कर अज्ञात चोर ने आलमारी करीब 18 लाख कैश और 10 लाख की ज्वेलरी चोरी की ली. जिसकी सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा को दी गई. उन्होंने घटना की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए तत्काल अति पुलिस अधीक्षक रोहित कुमार झा और CSP चकरभांठा श्रृष्टि चन्द्राकर के मार्गदर्शन में चार विशेष एवं सायबर की अलग-अलग टीमों का गठन किया.