गौरेला पेंड्रा मरवाही: गौरेला में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से चाची भतीजी की एक साथ मौत हो गई. रविवार सुबह दोनों डोरी फल तोड़ने के लिए गांव से बाहर की ओर गई थी. तभी अचानक मौसम बदला और दोनों आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की सूचना पर गौरेला पुलिस मौके पर पहुंची. मामले की जांच शुरू कर दी है. (Death due to lightning in Gaurella )
मामला गौरेला थाना क्षेत्र के बिजरवार गांव का है. जहां पर रहने वाली ललिता मार्को और सेंमवती मार्को रिश्ते में चाची भतीजी थी. दोनों रोज की तरह गांव से बाहर डोरी फल बीनने निकली थी. जिसके बाद अचानक मौसम ने करवट ली और तेज गर्जना के साथ बारिश शुरू हो गई. बारिश शुरू होने के बाद दोनों अपने घर की ओर भागने लगी तभी खेत में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई. मामले की जानकारी तत्काल कोटवार और सरपंच के माध्यम से गौरेला पुलिस को दी गई. जिसके बाद गौरेला पुलिस मौके पर पहुंची. शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कार्यवाही के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. (Lightning havoc in Gaurella )
जानिए क्या है आकाशीय बिजली, कैसे इससे बचें
आकाशीय बिजली (lightning) से हर साल देश में कई लोगों की मौत हो जाती है. आकाशीय बिजली (lightning) की चपेट में आने से बड़ी तादाद में मवेशी भी इसकी जद में आ जाते हैं. बात छत्तीसगढ़ की करें तो यहां भी इस प्राकृतिक आपदा से हर साल लगभग 100 लोगों की मौत होती है. कई गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. खास तौर पर बारिश के मौसम के ठीक पहले बिजली गिरने से लोगों के मारे जाने की घटनाओं में अधिकता देखी जाती है.
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कैसे बचें:राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (National Disaster Management Authority) ने आकाशीय बिजली (lightning) जिसे गाज भी कहा जाता है. इससे बचने के लिए कुछ निर्देश दिए हैं. इसकी चपेट में ज्यादातर खेतों में काम करने वाले किसान, खुले में काम करने वाले लोग आते हैं.