बिलासपुर:प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना. ETV भारत की टीम ने इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत लगाए गए मोबाइल मेडिकल यूनिट का जायजा लिया. शहर के स्लम एरिया बंधवापारा में लगी मोबाइल मेडिकल यूनिट के इर्दगिर्द स्वास्थ्य लाभ लेने पहुंचे दर्जनों लोग खड़े थे. इनमें अधिकांश लोग साधारण बीमारियों से पीड़ित थे. मेडिकल यूनिट के भीतर 4 लोग ड्यूटी दे रहे थे, जिसमें एक डॉक्टर, एक लैब टेक्नीशियन, 1 फार्मासिस्ट और 1 नर्स मौजूद थी. पहले तो यूनिट के बाहर इलाज के लिए आए लोगों का नाम रजिस्टर पर चढ़ाया जाता है और फिर एक पर्ची के साथ मरीज मोबाइल मेडिकल यूनिट में प्रवेश करता है.
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का ETV भारत की टीम ने लिया जायजा पढ़ें- ETV BHARAT IMPACT: CM ने गुरु घासीदास के नाम पर शोध पीठ की स्थापना का किया ऐलान
शुरुआत में मरीज का ब्लडप्रेशर चेक करने के बाद यूनिट में बैठे डॉक्टर के पास उसे भेज दिया जाता है. जहां डॉक्टर जरूरत के मुताबिक मरीज का जरूरी चेकअप करते हैं और फिर यूनिट में ही जरूरी दवाईयां दे दी जाती हैं. मोबाइल मेडिकल यूनिट का आगे का स्पेस स्वास्थ्य जांच के लिए बनाया गया है. बीच के हिस्से में डॉक्टर और नर्स मौजूद रहते हैं और पिछले हिस्से में दवाईयां दी जाती हैं. एक नजर में मोबाइल मेडिकल यूनिट की व्यवस्था दुरुस्त दिखी.
अब तक 10 हजार से ज्यादा मरीजों को मिल चुका है लाभ
इस साल नवंबर से शुरू हुई इस योजना के तहत बिलासपुर निगम क्षेत्र में अब तक 10 हजार 248 मरीज स्वास्थ्य लाभ ले चुके हैं, जिसमें 4 दर्जन से अधिक गम्भीर रोगों से पीड़ित मरीजों को रेफरल लाभ भी मिला है.
- अब तक निगम क्षेत्र में 152 कैम्प लगाए जा चुके हैं.
- प्रत्येक कैम्प में औसतन 70 मरीज पहुंच रहे हैं.
- निगम क्षेत्र में 48 जगहों को स्लम क्षेत्र घोषित किया गया है, जहां इस स्वास्थ्य योजना का लाभ स्थानीय लोगों को मिल रहा है.
- निगम क्षेत्र में 4 मेडिकल यूनिट फंक्शन में है.
- हर स्लम क्षेत्र में 15 दिनों के अंतराल के बाद मेडिकल यूनिट पहुंचती है.
कुल 16 मेडिकल स्टाफ दे रहे हैं सेवा
तमाम यूनिट में कुल 16 स्टाफ काम कर रहे हैं. 4 स्टाफ को रिजर्व रखा गया है. यूनिट के साथ 6 नगर निगम कर्मचारी और 2 श्रम विभाग के कर्मचारी भी सेवा दे रहे हैं. जरूरतमंद और इच्छुक मरीजों को श्रम विभाग में पंजीयन की सुविधा भी मिल रही है. फिलहाल कोविड गाइडलाइंस के तहत तमाम व्यवस्था संचालित की जा रही है. इस तरह आज जब ETV भारत की टीम ने शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का रियलिटी चेक किया, तो यह महत्वाकांक्षी योजना जमीनी स्तर पर फिट नजर आई.